नई दिल्लीः पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने राज्यसभा में कहा है कि भारत ने 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा है. प्रधान ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान विभिन्न पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि पेट्रोल में एथनॉल मिलाने का कार्यक्रम अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में शुरू किया गया था लेकिन उसके बाद संप्रग सरकार के कार्यकाल में इस नीति पर खास ध्यान नहीं दिया गया है.
राज्यसभा की कार्यवाही जारी, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री @dpradhanbjp दे रहे हैं जवाब#RajyaSabha @airnewsalerts @PIBHindi
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) March 17, 2021
Watch LIVE: https://t.co/XoJcB1iZcu pic.twitter.com/k3KpLAirIM
ये है नया लक्ष्य
उन्होंने कहा है कि 2014 में यह सरकार सत्ता में आई तो उस समय पेट्रोल में एथनॉल मिलाने का प्रतिशत सिर्फ 0.67 प्रतिशत था जिसका मूल्य 500 करोड़ रुपये से भी कम था. प्रधान ने कहा है कि 2020-21 में यह प्रतिशत बढ़कर 8.5 हो गया है जिसका मूल्य 18,000 करोड़ रूपए है. उन्होंने कहा है कि सरकार का लक्ष्य 2025 तक इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का है.
किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी
उन्होंने कहा है कि अब तक सिर्फ गन्ना से तैयार होने वाले एथनॉल पर ही जोर था लेकिन अब इसमें चावल और मक्का को भी शामिल किया जा रहा है क्योंकि ये दोनों अनाज उपभोग से अधिक मात्रा में उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा है कि इस नीति से किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी. (सोर्स-भाषा)