गाजियाबाद: केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय किसान यूनियन ने गाजीपुर-गाजियाबाद सीमा पर स्थित प्रदर्शन स्थल पर शहीद स्मारक की नींव रखी है. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने दावा किया है कि सामाजिक कार्यकर्ता कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए 320 किसानों के गांवों से स्मारक के लिए मिट्टी लेकर आए हैं.
शहीदों के गांवों से एकत्रित मिट्टी भी प्रदर्शन स्थल पर लाई गई
बीकेयू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने पीटीआई-भाषा को बताया है कि स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों के गांवों से एकत्रित मिट्टी भी प्रदर्शन स्थल पर लाई गई है. इस प्रदर्शन स्थल पर बीकेयू नेता राकेश टिकैत और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने मंगलवार को स्मारक के लिए नींव रखी थी. बाद में इस स्मारक को स्थायी तौर पर बनाया जाएगा.
नींव महज सांकेतिक तौर पर रखी गई
हालांकि, गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय ने कहा कि शहीद स्मारक के लिए नींव महज सांकेतिक तौर पर रखी गई है न कि स्थायी रूप से. बीकेयू ने बताया है कि 50 सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक समूह सभी राज्यों से मिट्टी लेकर आया है और मिट्टी सत्याग्रह यात्रा भी निकाली गई है.
स्वतंत्रता सेनानियों के गांव से लाई गई मिट्टी
प्रदर्शन स्थल पर स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू, चंद्र शेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाकुल्लाह खान के गांवों से भी मिट्टी लाई गई है. गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने दावा किया है कि सामाजिक कार्यकर्ता कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए 320 किसानों के गांवों से स्मारक के लिए मिट्टी लेकर आए हैं.