जयपुर: मानसून के आगमन के साथ ही रणथंभौर बाघ परियोजना से खुशखबरी आई है. बाघ परियोजना की रेंज कुंडेरा के लक्कड़दा क्षेत्र में आडी डगर नाले के पास बाघिन टी 111 आज चार शावकों के साथ नजर आई. दरअसल आज सुबह फील्ड बायोलॉजिस्ट हरिमोहन मीणा ने चार शावक देखे लेकिन मौके पर शावकों की मां दिखाई नहीं दी. इसके बाद आज शाम फील्ड डायरेक्टर टीसी वर्मा व अन्य अधिकारी निरीक्षण के लिए क्षेत्र में पहुंचे तो चारों शावकों के साथ मां भी दिखाई दी.
रणथम्भौर से आ रही इस वक्त की बड़ी खबर
— First India News Rajasthan (@1stIndiaNews) June 19, 2021
बाघिन टी-111 दिखी 4 शावकों के साथ, शावकों की उम्र बताई जा रही करीब 2 माह, कुंडेरा रेंज के लकड़दा क्षेत्र में आडी डगर नाले के पास दिखी बाघिन व शावक, फील्ड डायरेक्टर टीसी वर्मा ने क्षेत्र में बढ़ाई मॉनिटरिंग@NirmalT68479773 pic.twitter.com/a1EH4rtMna
मां की पहचान टी 111 के रूप में की गई. यह चारों शावक लगभग 2 महीने के बताए जा रहे हैं. वर्तमान में रणथंभौर बाघ परियोजना में फेज 4 मॉनिटरिंग के अंतर्गत कैमरा ट्रैप लगाए जा रहे हैं. पिछले कुछ महीने से बाघिन टी 111 के व्यवहार एवं शारीरिक संरचना में बदलाव से उसके मां बनने के लक्षण दिख रहे थे आज इसकी पुष्टि भी हो गई.
इन चार नए शावकों सहित अब रणथंभौर के सवाई माधोपुर में 21 नर, 30 मादा बाघ, अट्ठारह शावक सहित कुल 69 बाघ हो गए हैं. इसके अतिरिक्त रणथंभौर बाघ परियोजना के करौली क्षेत्र के कैला देवी सेंचुरी में एक-एक नर व मादा एवं दो शावक सहित कुल 4 तथा धौलपुर में एक-एक नर व मादा एवं दो शावक सहित कुल चार बाघ हैं.