बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भौतिक ढांचे के साथ-साथ सामाजिक ढांचे को भी मजबूत करने की जरूरत पर जोर देते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ‘स्पीड’ को भारत की आकांक्षा और ‘स्केल’ को भारत की ताकत मानती है.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि पहले की सरकारों को लगता था कि गति एक विशिष्ट सुख और उच्च मानक एक जोखिम है, लेकिन हम सोच में बदलाव लेकर आए, हमें विश्वास है कि ‘स्पीड’ भारत की आकांक्षा और ‘स्केल’ उसकी ताकत है. प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु के संस्थापक नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने और केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIA) के टर्मिनल2 का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही. मोदी ने कहा कि भारत को दुनियाभर में ‘स्टार्टअप’ के लिए पहचाना जाता है और इसमें बेंगलुरु की बड़ी भूमिका है.
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु स्टार्टअप की भावना का प्रतिनिधित्व करता है . कर्नाटक की बिजली से चलने वाले वाहनों के विनिर्माण सहित विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य ‘‘डबल इंजन’’ की ताकत के साथ विकास कर रहा है. उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान प्रणाली में भारत ने जो सफलता पाई है उसकी सराहना दुनिया कर रही है. ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ के बारे में उन्होंने कहा कि यह इस बात का प्रतीक है कि भारत रुक-रुक कर चलने वाले दिनों को अब पीछे छोड़ चुका है. सोर्स- भाषा