मुंबई: ‘जंपिंग जैक’ के नाम से पॉपुलर जितेंद्र 80 साल के हो चुके हैं. उनका जन्म 7 अप्रैल, 1942 को अमृतसर में एक बिजनेस फैमिली में हुआ था. जितेंद्र का रियल नाम रवि कपूर था. उन्होंने साल 1974 में अपनी लॉन्ग टाइम गर्लफ्रेंड शोभा कपूर से शादी की थी, लेकिन बहुत कम लोग ये बात जानते हैं कि जितेंद्र की नजदीकियां कभी हेमा मालिनी से भी थी और तो और वो अपनी मंगेतर को छोड़ उनसे शादी भी करने वाले थे.
जितेन्द्र को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का लीजेंड कहा जाता है.अपनी बेहतरीन डांस शैली के जरिए जितेन्द्र ने बॉलीवुड में अलग छाप छोड़ी है. फिल्मों के जरिए भी उन्होंने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई है.उन्होंने 60 से 90 के दशक तक हिंदी सिनेमा में राज किया है. सभी अभिनेताओं की अपनी कुछ न कुछ खासियत होती है.जितेंद्र की खासियत उनके सफेद कपड़े थे.
ऑनस्क्रीन से लेकर ऑफस्क्रीन तक सफेद कपड़े जितेन्द्र का स्टाइल स्टेटमेंट बन गए थे.कई फिल्मों में उनको सफेद पैंट, सफेद शर्ट और सफेद जूते तक पहने हुए कई बार देखा जा चुका है.अभी भी अक्सर उनको कई सार्वजनिक समारोह में सफेद कपड़े में देखा जाता है.ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि आखिर उनको सफेद रंग से इतना प्यार क्यों है? जितेन्द्र ने इस बात का भी जवाब दिया है.
अपने सफेद कपड़ों को लेकर जितेन्द्र ने कहा था कि उस समय कोई फैशन डिजाइनर नहीं हुआ करते थे. ऐसे में अभिनेता अपनी मर्जी से कुछ भी पहन लिया करते थे. जितेन्द्र ने कहा कि एक बार उनसे किसी ने कहा था कि वह सफेद कपड़ों में स्लिम और लंबे नजर आते हैं. उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्हें हल्के रंगों में सफेद रंग ज्यादा पसंद आया और उन्होंने उसे पहनना शुरु कर दिया.
फिल्म ‘दुल्हन’ की शूटिंग के दौरान जितेंद्र, हेमा मालिनी को दिल दे बैठे. दोनों ने शादी करने का फैसला भी कर लिया. जब इस बात की भनक जितेंद्र की मंगेतर और बचपन की दोस्त शोभा कपूर को लगी तो उन्होंने धर्मेंद्र को हेमा को समझाने की जिम्मेदारी सौंपी. नतीजा ये हुआ कि ये शादी रूक गई.शोभा कपूर जब 14 साल की थीं तब जितेंद्र को उनसे प्यार हो गया था. उस वक्त जितेंद्र बॉलीवुड स्टार नहीं थे। जब जितेंद्र बॉलीवुड में अपनी किस्मत आज़मा रहे थे उसी वक्त शोभा ब्रिटिश एयरवेज में कम कर रही थीं.जॉब की वजह से शोभा को अक्सर विदेश में रहना पड़ता था और वो चाह कर भी जीतू से नहीं मिल पाती थीं.
फिल्मों में सक्सेस मिलने के बाद 1973 में जीतू और शोभा की शादी की डेट फिक्स हुई थी. लेकिन जितेंद्र के पिता की तबियत खराब होने की वजह से दोनों की शादी टल गई. लेकिन कई मुसीबतों का सामना करते हुए आखिरकार 18 अक्टूबर, 1974 को जितेंद्र और शोभा शादी के बंधन में बंध गए. दोनों के दो बच्चे एकता और तुषार हैं.करीब 200 फिल्मों में काम कर चुके जितेंद्र को फिल्मों में सबसे पहला ब्रेक फिल्ममेकर वी. शांताराम ने दिया था. फिल्म का नाम था ‘गीत गाया पत्थरों ने’ जितेंद्र ने अपने करियर में जीने की राह, मेरे हुजूर, फर्ज, हमजोली, कारवां, धर्मवीर, परिचय, खुशबू, तोहफा और हिम्मतवाला जैसी कई हिट और यादगार फिल्में दी हैं.