दिग्विजय सिंह बोले- कांग्रेस अध्यक्ष बनने में मेरी दिलचस्पी नहीं

जबलपुर: कांग्रेस में अध्यक्ष पद की दौड़ तेज होने के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी अध्यक्ष बनने में उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है. कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को एक अधिसूचना जारी कर पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की तैयारी शुरु कर दी है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि वह पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेगें. दो दशकों के अंतराल के बाद पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुनाव की स्थिति दिखाई दे रही है, गहलोत और पार्टी के नेता शशि थरूर चुनाव में आमने-सामने हो सकते हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ, और दिग्विजय सिंह सहित मुकुल वासनिक एवं पृथ्वीराज चव्हाण के नाम भी संभावित दावेदार के तौर पर चर्चा में थे लेकिन उनमें से कई ने शीर्ष पद के लिए दौड़ से इनकार किया है. यहां पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं और फिर दोहरा रहा हूं कि मुझे पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है.’’ सिंह यहां नरसिंहपुर जिले के झोटेश्वर में दिवंगत शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की समाधि पर श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे. स्वामी जी का हाल ही में निधन हो गया था. यह पूछे जाने पर कि गहलोत के पार्टी अध्यक्ष बनने की स्थिति में प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी जगह कौन लेगा, उन्होंने इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने से इंकार करते हुये कहा कि मैं राजस्थान का जन प्रतिनिधि नहीं हूं.’’ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के दिल्ली में एक मस्जिद और मदरसे का दौरा करने के सवाल पर सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘‘ भारत जोड़ो यात्रा ’’ का परिणाम है, जिसने केवल दो सप्ताह ही पूरे किए हैं.

सिंह ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से प्रभावित होने के लिए मैं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के प्रति आभार व्यक्त करता हूं.’’ उन्होंने कहा कि इस तरह की भावना संघ के निचले तबके तक पहुंचनी चाहिए. सिंह ने कहा कि उन्हें (आरएसएस कैडर) धार्मिक आधार पर समुदायों के बीच मतभेद और दुश्मनी की भावना पैदा करना बंद कर देना चाहिए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया पार्टी की उम्मीदों से कहीं ज्यादा है. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद द्वारा इस यात्रा को ‘‘ गांधी परिवार बचाओ यात्रा ’’ करार दिए जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘ परिवार की उनकी (प्रसाद की) परिभाषा संघ परिवार तक सीमित है जबकि कांग्रेस की परिवार की परिभाषा पूरी दुनिया है. हम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और भारतीय सनातनी परंपरा में विश्वास करते हैं.’’ सोर्स- भाषा