जयपुर: चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने आज सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय में नवनिर्मित आईसीयू समेत विभिन्न सेवाओं की फीता काटकर शुभारम्भ किया. इस दौरान मंत्री मीणा ने केन्द्र की मेडिकल हेल्थ स्कीम को फेल बताया और कहा कि राजस्थान में जो मेडिकल सुविधाएं वर्तमान में मिल रही है, वह देश के हर राज्य में एक मॉडल के रूप में देखी जा रही है. मीणा ने पीएम से मांग उठाई कि चिरंजीवी योजना को देशभर में लागू किया जाए. इस अवसर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास एवं आदर्श नगर विधायक रफीक खान भी उपस्थित रहे.
सांगानेरी गेट महिला हॉस्पिटल के मरीजों को चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने आज नवनिर्मित आईसीयू समेत एचडीयू एवं लेबर रूम सेवाओं की सौगात दी. इस मौके पर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले 4 सालों में सभी क्षेत्रों विशेषकर चिकित्सा सेवाओं में अभूतपूर्व कार्य किए हैं. पिछले 4 वर्षों में आधारभूत चिकित्सा सेवाओं में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. उन्होंने कहा कि राजस्थान का यूनिवर्सल हेल्थ केयर मॉडल देश के साथ विदेश में भी बेहतरीन मॉडल के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा आमजन के लिए फ्री आईपीडी एवं ओपीडी सेवाएं शुरू करने के साथ ही राजकीय चिकित्सा संस्थानों में इलाज के लिए आने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. इसी का परिणाम है कि सक्षम लोग भी सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने को प्राथमिकता देते हैं.
श्वान के मुहं में भ्रूण मिलने के मामले में महिला हॉस्पिटल को क्लीनचीट !
चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने दी हॉस्पिटल प्रशासन को क्लीनचीट
मीणा ने कहा कि हमने इस मामले की पूरी जांच करवा ली है
जिस समय भ्रूण मिला,उससे एक-दो दिन पहले की जितनी भी डिलेवरी यहां हुई है
उन सबके परिजनों से प्रशासन ने पूछताछ की है, जिसमें ऐसी बात सामने नहीं आई
मीणा ने कहा कि ये मामला अस्पताल का नहीं है, कहीं बाहर का है
आशंका ये भी है कि नजदीक के श्मशान से ये भ्रूण निकालकर यहां लाया गया हो
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान का यूनिवर्सल हैल्थ केयर मॉडल भारत में ही नहीं वरन विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है. राजस्थान एक मॉडल स्टेट के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना आमजन के लिए संजीवनी साबित हो रही है.
महिला अस्पताल में नवसृजित चिकित्सा सेवाओं का शुभारम्भ
अस्पताल में 12 बैड के नयी आईसीयू विंग की सुविधा आमजन को मिलेगी
इससे अस्पताल में प्रसूताओं के लिए कुल आईसीयू बैडों की संख्या 36 हो जाएगी
इसके साथ ही 8 बैड के एचडीयू विंग की भी शुरूआत
ऐसी प्रसूताओं को विशेष सुविधा मिलेगी जिन्हें आईसीयू से तो शिफ्ट कर दिया गया है
किन्तु उन्हें विशेष निगरानी में रखा जाना आवश्यक है.
इसके साथ ही 5 बैड का नया सेप्टिक लेबर रूम गंभीर प्रसूताओं के लिए डेडिकेटेड होगा
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजीव बगरहट्टा, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ दीपक माथुर, डॉ गोवर्धन मीणा, महिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. आशा वर्मा समेत अन्य कई चिकित्सक मौजूद रहे.