पी साईनाथ ने किया पत्रकारिता विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र का उद्घाटन, ग्रामीण पत्रकारिता पर जताई चिंता

जयपुर: हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र का उद्घाटन आज प्रसिद्ध पत्रकार पी साईनाथ ने किया. इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर सुधि राजीव ने की. मैग्सेस पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार और लेखक पी. साईनाथ ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत गांवों में बसता है, लेकिन ग्रामीण ही मुख्‍यधारा के मीडिया से गायब हैं

समकालीन मीडिया परिदृश्य: चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर चर्चा करते हुए उन्‍होंने कहा कि ग्रामीण जन-जीवन की सच्चाइयों और समस्याओं को मुख्यधारा के मीडिया में प्रतिनिधित्व मिलना चाहिये. भारतीय मीडिया की समृद्ध परंपरा का जिक्र करते हुए उन्होंने राजा राममोहन राय, महात्मा गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह के योगदान की याद दिलाई.

सही सवाल पूछें और लोगों के जीवन और उनके अनुभवों को शामिल करते हुए रिपोर्ट लिखें: 
उन्होंने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को इस बात के लिये बधाई दी कि उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण समय में पत्रकारिता और जनसंचार के अध्ययन को चुना है. उन्‍होंने नये पत्रकारों को सफलता के चार सूत्र दिए, हर सूचना को सत्यपित करें, पैसे के स्रोत की पड़ताल करें, सही सवाल पूछें और लोगों के जीवन और उनके अनुभवों को शामिल करते हुए रिपोर्ट लिखें. वर्तमान दौर में हो रही कृषि पत्रकारिता पर भी उन्‍होंने निराशा जताई और कहा कि अब कृषि की करवरेज के नाम पर कृषि व्‍यवसाय की कवरेज की जा रही है, कृषि संकट या किसानों की नहीं. कार्यक्रम का संचालन डॉ. रतन सिंह शेखावत ने किया. स्‍वागत संबोधन अकादमिक समन्‍वयक शालिनी जोशी और धन्‍यवाद ज्ञापन संजय शर्मा ने किया.