Jaipur: लो-फ्लोर बसों से सफर करने वाले हो जाए अलर्ट, जानिए...

जयपुर: शहर में परिवहन की सुविधा उपलब्ध करवाने वाली लो-फ्लोर बसों (Low-floor bus) का मेंटेनेंस सिर्फ कागजों में हो रहा है. टोडी और विधाधर नगर डिपो में मेंटेनेंस करने वाली मातेश्वरी कंपनी बसों का मेंटेनेंस ना के बराबर कर रही है. टोडी और विधाधर नगर डिपो में न तो बसों की धुलाई हो रही है और न ही बसों का सही मेंटेनेंस हो रहा है. नतीजा एक दिन में 200 में से 40 से 50 गाड़ी सड़कों पर खड़ी हो रही है.

कल एक दिन में 40 से ज्यादा बसें ब्रेक डाउन रही. इसका प्रमुख कारण यह है कि 110 गाड़ी अगले साल टोडी और विधाधर डिपो की कंडम होने वाली है. इसलिए फर्म उन गाड़ियों का मेंटेनेंस नहीं कर रहा है. हर रोज शहर के अलग-अलग इलाकों से खबरें आती है कि बस में खराबी के कारण यात्रियों को परेशानी हुई. JCTSL प्रबंधन हर महीने बसों के मेंटिनेस पर काफी राशि खर्च कर रहा है.

इसके बाद भी शहर में चलने वाली बसें बहुत बुरी हालत में हैं. गर्मियों के मौसम में कई लो फ्लोर बसों में आग लगने की घटनाएँ भी हुई. जिससे यात्रियों की जान खतरे में आ गई. लेकिन इसके बाद भी बसों के मेंटिनेस में कोई खास सुधार नहीं हुआ. 14 सितंबर को ही एक बस के ब्रेक फैल हो गए और बस लाल कोठी में एक मॉल में जा घुसी. गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.

बसों के  ब्रेक डाउन होने के प्रमुख कारण:

- बसों में कंडम लो-क्वालिटी के टायर लगा रखें हैं

- बसों के वायरिंग को सीधा कर रखा है जिससे आग लगने की संभावना बनी रहती है

- बसों की धुलाई नहीं हो रही है

- बहुत सी बसों के मैन शीशे टूटे हुए हैं

- बहुत-सी गाड़ी सुबह से लेकर शाम तक स्टार्ट रहती है 

बसों में मेंटिनेस के नाम पर गड़बड़ी इसलिए भी हो रही है क्योंकि किसी भी स्तर पर इसकी मानिटरिंग नहीं हो रही हैं. JCTSL में कोई अधिकारी मेंटिनेस के नाम पर होने वाले भुगतान को वेरिफाई नहीं कर रहे हैं. जयपुर शहर में चलने वाली लो-फ्लोर बसें मेंटेनेंस के अभाव में खटारा हो रही हैं. कभी बसों में आग लग रही है तो कभी बसों के टायर फट रहे हैं. टोडी और विधाधर नगर डिपो से चलने वाली बसों में से एक दिन में 30 से ज्यादा लो-फ्लोर बीच सड़कों पर दम तोड़ रही है. बहुत सी बसों के स्क्रीन-वाइपर-मैन शीशे टूटे हुए हैं.

JCTSL के यात्री भार में गिरावट: 

खराब पुराने टायर डालकर कई किलोमीटर संचालित करवाने के लिए जबरदस्ती चलवाया जा रहा है. विद्याधर नगर और टोडी डिपो में मेंटेनेंस का काम मातेश्वरी कंपनी कर रही है लेकिन बसों का बिल्कुल भी मेंटेनेंस नहीं हो रहा है. जिससे जेसीटीएसएल को लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है और आमजन का लो-फ्लोर बस समय पर से विश्वास घट रहा है. जिससे JCTSL (Jaipur City Transport Services Limited) का यात्री भार घट रहा है. मेंटेनेंस के नाम पर टोडी और विधाधर नगर से 4 करोड़ रुपए महीने का भुगतान किया जा रहा है. बसों में CCTV कैमरे, पंखे, LED, स्पीकर, माइक, यह सब गायब है फिर भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है.