भारतीय सेना की फायरपावर एक्सरसाइज, चीन हो या पाकिस्तान...हर हाल में तैयार हिंदुस्तान; अभ्यास में दिखी ताकत

बीकानेर: भारतीय सेना का एकीकृत युद्धाभ्यास शत्रुनाश 2022 पश्चिमी राजस्थान के रेतीले धोरों में संपन्न हुआ. भारतीय सेना के जाबांजों ने  फायर पावर एक्सरसाइज के जरिए दूसरे मुल्कों को यह संदेश छोड़ने की कोशिश की कि भारतीय सेना भी दमखम के साथ हर नापाक चुनौती को नेस्तनाबूद करने के लिए तैयार है. करीब तीन घण्टे चला शत्रुनाश, दुश्मन के सफाए के साथ खत्म हुआ. 

राजस्थान के थार के रेतीले धोरों के बीच गरजने टैंक और आसमान से दुश्मन के ठिकानों पर फायर करते मंडराते भारतीय सेना और वायु सेना के हैलीकॉप्टर मानो अभ्यास नहीं युद्ध का मैदान हो. कहने को यह भारतीय सेना का सामान्य वार्षिक अभ्यास था लेकिन दुनिया में बदलती वॉर तकनीको और यूरोप में मंडराते रूस और यूक्रेन के युद्ध संकट के बीच मानो भारतीय सेना आधुनिक तकनीक के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत को आत्मसात करते हुए इस अभ्यास को अंजाम दे रही थी. दुश्मन का काल्पनिक ठिकाना बनाया गया था करीब 3 घंटे तक चले इस अभ्यास में सबसे पहले काउंटर इंटेलीजेन्स और सर्विलांस के जरिए दुश्मन के ठिकानों की थाह ली गई. 

एयरबोर्न कंट्रोल सिस्टम और आधुनिक सर्विलेंस उपकरणों से दुश्मनों के ठिकाने फसादे वाला पर पैनी नजर रखते हुए ध्रुव हैलीकॉप्टर के जरिए पहले से छिपे हुए सैनिकों को कॉम्बकेट व्हीकल मुहैया करवाए गए. दुश्मन की टिकाने को टारगेट कर sukhoi-30 ने बोम्बिंग कर डाली इसी दौरान भारत में निर्मित और रूद्र का रूद्र रूप देखने को मिला दुश्मनों के ठिकानों को ध्वस्त करते हुए आसमान में मंडराते रूद्र का रूद्र रूप भारतीय सेना की ताकत को बनाए कर रहा था.

 

इसी दौरान सिलका से मिसाइल दागी जा रही थी तो मां से दुश्मनों पर आखिरी बार किया गया लगातार डॉन के जरिए दुश्मनी कर रहा था लेकिन फायर कंट्रोल रेडार के केल जरिए ड्रोन को हवा में ही मार गया  इसके बाद रेतीले धोरों को चीर कर आगे बढ़ते  टैंक  भीष्म और K 9वज्र लगातार हो रही हम लोग से दुश्मन पूरी तरह से रीटा जा रहा था. उसके ठिकाने उड़ा दिए गए इसी दौरान स्ट्राइक फोर्स लगातार समन्वय के साथ आगे बढ़ती जा रही थी. विनाशकारी तांडव नजर आ रहा था वज्र और सारंग मानो आत्मनिर्भर भारत की गवाही दे रहे थे. आखिरकार दुश्मन के ठिकाने ध्वस्त हुए और इस तरह से शत्रु नाश 2022 पूर्ण हुआ. ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ सप्तशती कमान लेफ्टिनेंट जनरल  एसएस भिंडर ने विभिन्न कॉम्बैट और कंफर्ट सपोर्ट दस्तों को शाबाशी दी उन्होंने कहा आत्मनिर्भर भारत के तहत शामिल किए गए स्वदेशी वेपन्स  के साथ-साथ बदलती युद्ध तकनीकों के ध्यान में रखते हुए भविष्य की चुनौतियों के मद्देनजर यह अभ्यास सफल रहा. 

 

इस युद्धाभ्यास में यूरोप में चल रहे रूस और यूक्रेन युद्ध के साथ-साथ अजरबैजान अर्मानिया जैसे युद्धों से सबक लेकर भरतीय सेना वॉर टेक्नोलॉजी के साथ हर चुनौती से निपटने की तैयारी पर नकल फोकस करती नजर आई बल्कि इस अभ्यास के दौरान उसका उपयोग करते दिखाई दी कि इंटीग्रेटेड मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के साथ एयर फोर्स के साथ बेहतर समन्वय दिखा ताकि किसी मुश्किल स्थिति में दिक्कत ना हो. इस अभ्यास की खास बात यह भी रही अन्य देशों की तकनीकों के साथ-साथ भारत निर्मित वेपन्स पर  फोकस रहा डालते हैं.

अभ्यास मे  काम लिए गए ALH, एटकर्स  टैंक और वेपन्स पर एक नजर:-  
- रूस निर्मित sukhoi-30
 - भारत निर्मित रुद्र
 - अपाचे हेलीकॉप्टर

टैंक्स:- 
- T90 भीष्म
- T 72 अजय 
- K9 वज्र

रायफल्स:- 
- शरंग 
- आर्टई गन

वाकई राजस्थान के थार में सेना  की फायर पावर एक्सरसाइज में भारतीय सेना का पावर दिखा शत्रु नाश 2022 उन मुल्कों  को सीधा संदेश था. भारत को लेकर तनिक भी समझे रखते हैं मारो दो टूक जवाब हो कि भारत की सेना पूरी तरह से तैयार है किसी भी चुनौती से निपटने के लिए.