29 नवंबर का इतिहास: आज के दिन मुम्बई को तीन दिन बाद आतंक की काली छाया से मिली थी मुक्ति

नई दिल्ली: देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई पर आतंकवादी हमले की काली छाया आखिरकार 29 नवंबर, 2008 को उस समय हटी, जब एनएसजी कमांडो दस्ते ने ताज होटल को आतंकियों के कब्जे से मुक्त कराया. आतंकियों ने 26 नवंबर, 2008 की रात को महानगर में कई जगह हमले किये और कई विदेशियों सहित बहुत से लोगों को बंधक बना लिया. इस दौरान 150 से ज्यादा लोग मारे गये थे.

तीन दिन तक जैसे पूरे देश में आतंक का अंधेरा छाया रहा और देश के कई जांबाज सपूतों ने अपनी जान पर खेलकर इस अंधेरे का खात्मा किया. सेना, मरीन कमांडो और एनएसजी कमांडो की कोशिशों से हमलावर आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया और एक आतंकवादी को जिंदा पकड़ लिया गया, जिसे बाद में फांसी की सजा दी गई.

देश-दुनिया के इतिहास में 29 नवंबर की तारीख में दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1947: फलस्तीन के बंटवारे के लिए संयुक्त राष्ट्र ने प्रस्ताव पारित किया. हालांकि इसे लागू नहीं किया गया.

1949: पूर्वी जर्मनी में यूरेनियम की खदान में भीषण विस्फोट से 3700 लोगों की मौत.

1961: दुनिया के पहले अंतरिक्ष यात्री रूस के यूरी गगारिन भारत की यात्रा पर नयी दिल्ली पहुंचे.

1963: कनाडा एयरलाइंस के एक विमान के उड़ान भरने के तत्काल बाद दुर्घटनाग्रस्त होने से 118 लोगों की मौत.

1975: ब्रिटेन के मोटर रेसिंग के महानतम ड्राइवर ग्राहम हिल दक्षिण पूर्व इंग्लैंड में एक विमान दुर्घटना में मारे गये.

1993: आधुनिक भारत को अपने औद्योगिक कौशल से समृद्ध बनाने वाले उद्योगपतियों में शुमार जे आर डी टाटा का निधन.

2006: पाकिस्तान ने मध्यम दूरी वाले प्रक्षेपास्त्र का सफल परीक्षण किया. इसे हत्फ-4 का नाम दिया गया और शाहीन-. भी कहा गया.

2007: जनरल अशरफ़ परवेज कियानी ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख की कमान सम्भाली.

2008: लंबे अभियान के बाद मुम्बई को तीन दिन बाद आतंक की काली छाया से मुक्ति मिली. 

2012: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने फलस्तीन को गैर-सदस्य पर्यवेक्षक का दर्जा दिया. सोर्स-भाषा