उन्नाव/ लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के असोहा थाना इलाके के बबुरहा गांव के बाहर दो किशोरियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस ने गुरुवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने 'भाषा' को बताया कि परिजन की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.
ज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्जः
क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार अपनी बेटियों की हत्या किए जाने का आरोप लगा रहा है. हालांकि परिजन किसी पर आरोप नहीं लगा रहे हैं, लिहाजा उनकी तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि उनकी परिवार के सभी बालिग सदस्यों से बात हुई है. किसी ने भी सीबीआई जांच या अन्य किसी तरह का मांग पत्र नहीं दिया है. जांच चल रही है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहींः
इस बीच, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि दोनों लड़कियों के शव का तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया. उन्होंने कहा कि उसकी रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है और उनके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं पाया गया है. उन्होंने कहा कि दोनों की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है लिहाजा उनका विसरा सुरक्षित कर लिया गया है. हम फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ले रहे हैं और मामले की हर कोण से जांच कर रहे हैं.
निष्पक्ष तथा प्रभावी कार्रवाई की जाएगीः
इस बीच पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया कि घटना में मृत लड़कियों के साथ बेसुध पायी गयी लड़की का कानपुर के अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने जहर के सेवन की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर वारदात का दृश्य फिर से खींचा जाएगा और सारे वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित किए जाएंगे एवं तथ्यों के आधार पर निष्पक्ष तथा प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि घटना स्थल पर पहले पहुंचने वाले परिवार के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मां और भाई के बयानों और घटनास्थल पर गए लोगों के बयानों में विरोधाभास है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक लड़कियों के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं, उन्हें बांधा नहीं गया था.जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि घायल किशोरी के इलाज को लेकर रीजेंसी हॉस्पिटल कानपुर को पत्र भेजा गया है और कहा गया है घायल किशोरी का इलाज मुख्यमंत्री राहत कोष से कराया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने दिए पीड़िता का निःशुल्क इलाज के निर्दशः
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा है कि अस्पताल में भर्ती पीड़िता का सरकारी व्यय पर बेहतर से बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने पीड़िता के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. पुलिस के अनुसार असोहा थाना इलाके के बबुरहा गांव में बीती शाम खेतों पर पशुओं के लिए चारा लेने गई तीन दलित किशोरियों के खेत में संदिग्ध अवस्था में मिलने के बाद इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया था,जहां चिकित्सकों ने कोमल (15) और काजल (14) को मृत घोषित किया था, जबकि तीसरी रोशनी (16) की हालत गंभीर देखकर उन्नाव अस्पताल ले जाया गया और बाद में कानपुर में रेफर कर दिया गया.
सोर्स भाषा