जयपुर: विधानसभा में आज नागौर कांड की गूंज सुनाई दी और मामला और गर्म हो गया. आरएलपी विधायक नारायण बेनीवाल ने शून्यकाल में जब मामला उठाया तो मुद्दे पर तीखी नोकझोंक हुई और मामला इतना बड़ा कि पहले बीजेपी और आरएलपी ने वॉकआउट किया और फिर आरएलपी के विधायक वेल में कुछ देर धरने पर आकर बैठ गए.
नागौर एसपी को एपीओ करने के साथ ही पीड़ितों को मुआवजा दने की मांग:
आरएलपी विधायक नारायण सिंह ने नागौर में दलित पर हुए अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि नागौर जिलें में दो दलितों के साथ इस तरह का अत्याचार इस सरकार को बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करता है, बेनीवाल ने कहा कि घटना के बाद पुलिस ने राजीनामे का प्रयास किया, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई, ये मामला अलवर सामूहिक रेप कांड से कम नहीं है. ऐसे में नागौर एसपी को एपीओ करने के साथ ही पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए.
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कटारिया और राठौड़ ने भी सरकार और पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए:
वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने भी सरकार और पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए. बीजेपी ने कहा कि इस मामले में सरकार सदन के अंदर अपना पक्ष रखें, इसके बाद आरएलपी और बीजेपी ने इस मामले पर सदन से वॉक आउट किया. बाद में इस मुद्दे पर थोड़ी देर के लिए आरएलपी विधायक धरने पर बैठ गए.