एक बार फिर North Korea ने 10 से अधिक अलग-अलग जगह पर मिसाइल दागीं- South Korea

सियोल: उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी एवं पश्चिमी तटों के पास 10 से अधिक मिसाइल दागी हैं. दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि विभिन्न प्रकार की मिसाइल कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी एवं पश्चिमी तटों की ओर दागी गईं, लेकिन उसने इनके बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी. 

इससे पहले दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उसने प्रायद्वीप के पूर्वी तट के पास दागी गईं कम दूरी की तीन उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइल का पता लगाया है. एक मिसाइल प्रतिद्वंद्वियों की समुद्री सीमा के पास गिरी, जिसके कारण दक्षिण कोरिया ने अपने एक द्वीप पर हवाई हमले की चेतावनी जारी की..

एफ-35 लड़ाकू विमान भी शामिल रहे:
इन हमलों से पहले उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यासों का विस्तार करने को लेकर अमेरिका की आलोचना की थी. उत्तर कोरिया दावा करता है कि ये संभावित आक्रमण का युद्धाभ्यास है तथा उसने मंगलवार को इसके जवाब में अधिक प्रभावशाली उपायों की चेतावनी दी थी. मंत्रालय का यह बयान ऐसे वक्त में आया, जब अमेरिका तथा दक्षिण कोरिया ने 200 से अधिक युद्धक विमानों के साथ हवाई अभ्यास किया. इनमें एफ-35 लड़ाकू विमान भी शामिल रहे.

द्वीप पर हवाई हमले का अलर्ट जारी किया:
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरिया ने बुधवार सुबह वोनसान के पूर्वी तटीय क्षेत्र से मिसाइल दागीं. ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि एक मिसाइल कोरिया प्रायद्वीप की पूर्वी समुद्री सीमा से 26 किलोमीटर (16 मील) दक्षिण में और दक्षिण कोरिया के उलेउंग द्वीप से 167 किलोमीटर (104 मील) पश्चिमोत्तर में अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में गिरी. दक्षिण कोरिया ने बताय कि उसने उलेउंग द्वीप पर हवाई हमले का अलर्ट जारी किया है.

पिछले कुछ वर्षों में अभ्यास नहीं किए थे:
उत्तर कोरिया ने इस साल अपने हथियारों का प्रदर्शन तेज कर दिया है. अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने इस साल बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास फिर से शुरू किए. उन्होंने प्योंगयांग के साथ कूटनीतिक वार्ता के प्रयासों और महामारी के कारण पिछले कुछ वर्षों में अभ्यास नहीं किए थे. उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसकी प्रक्षेपण गतिविधियां संयुक्त सैन्य अभ्यासों के बीच एक चेतावनी के तौर पर हैं. उसने एक बयान में कहा था  अगर अमेरिका गंभीर सैन्य उकसावों को जारी रखता है तो उत्तर कोरिया इसके जवाब में अधिक शक्तिशाली उपाय करेगा. सोर्स-भाषा