अकलेरा(झालावाड़)। अवैध बजरी खनन पर सुप्रीम कोर्ट की लंबे समय से रोक चली आ रही है । जिससे रेती की किल्लत हो गई। किल्लत से रेत के दाम भी बहुत बड गये है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की रोक का असर अकलेरा में नही दिखता। यहां खुलेआम धड़ल्ले से रेत का कारोबार चल रहा है। रेती के ट्रक ट्रैक्टर डंपर खुलेआम आते हैं खाली होते हैं अवैध खनन कर लाई गई रेती बजरी का ढेर जगह-जगह दिखाई देंगे। चौराहा पर सड़कों पर रेत की ट्रोलिया दौड़ती नजर आएगी। खुलेआम रेत का कारोबार पुलिस भी मौजूद रहती है। लेकिन रेत माफियाओं को कोई रोकता टोकता नहीं है।
क्षेत्र मे कई जगह रेत का काला कारोबार चलता है। जगह-जगह रेत के डेर दिखाई देते है,रोजाना रात को कई डंपर खाली होते। रेत का कारोबार स्थानिय पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा है। ऐसा ही एक रेत माफिया है एक नेताजी साहब राजनीती से जुडे हुये है. इन्होने खुद तो कभी कोई चुनाव नही लडा लेकिन बडे नेताओ से इनकी अच्छी साठ गांठ बताई जाती है। साहब की दुकान पर दिनभर दो पुलिसकर्मी तैनात रहते है। यहां पुलिस कर्मियों की ड्यूटी सुरक्षा में बैठे रहते हैं। बेरोकटोक रेत की ट्रोलिया यहां से भरती है आती है जाती है खुलेआम चलता है इनका कारोबार। इनको कोई कुछ कहने वाला नहीं पुलिस आती है देखती है चली जाती है। कोई अधिकारी के इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता है ।
अगर कोई अधिकारी इनके खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत करता है तो नेताजी उनकी शिकायत आगे बडे नेताओं से अधिकारियों से कर देते। इसलिये पुलिस अधिकारी भी कार्रवाई करने से कतराते हैं। नेताजी पत्रकारो को धमकाने से भी नहीं चूकते। कोर्ट के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है लेकिन कानून का शिकंजा कसने वाला कोई नहीं। पूर्व सीएम का गृह जिला होने से भी कोई अधिकारी हिम्मत नहीं करता। नेता जी भाजपा से जुड़े हुए हैं भाजपा के पुराने कार्यकर्ता है। पार्टी में इनकी तूती बोलती है।
अकलेरा-झालावाड-बृजमोहन शर्मा