कराचीः पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की एक स्वतंत्र जांच समिति ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के छठे सत्र के लिए तैयार किए गए बायो-बबल (जैव-सुरक्षित माहौल) को कई मौकों पर तोड़ा गया और सुरक्षा के साथ समझौता किया गया.
दो सदस्यीय समिति का गठनः
पीसीबी ने पीएसएल छह के बायो-बबल में सेंध लगने की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया था. डॉ. सैयद फैसल महमूद और डॉ. सलमा मुहम्मद अब्बास की समिति ने पीसीबी अध्यक्ष एहसान मनि को 31 मार्च को अंतिम रिपोर्ट सौंपी. पीसीबी प्रमुख अब रिपोर्ट का अध्ययन करेंगे और कोई फैसला लेने से पहले बोर्ड के सदस्यों के साथ इसके विवरण को साझा करेगा.
रिपोर्ट में किसी व्यक्ति विशेष को दोषी नहीं ठहराया गयाः
समिति से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि रिपोर्ट में किसी व्यक्ति विशेष को दोषी नहीं ठहराया गया है. रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की कि कराची में टूर्नामेंट के दौरान से बायो-बबल से समझौता किया गया था. इस सूत्र ने कहा कि समिति ने यह भी सिफारिश की है कि बोर्ड जून में पीएसएल छह के फिर से शुरू होने पर किस तरह से हितधारकों के लिए सुरक्षित बायो-बबल सुनिश्चित कर सकता है .
पीसीबी के अधिकारियों ने जानकारी को नहीं लिया गंभीरता सेः
पीएसएल छह को मार्च में महज 10 मैचों के बाद कोविड-19 से जुड़े मामलों के कारण स्थगित कर दिया गया था. सूत्र के मुताबिक रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने बताया कि कुछ हितधारकों ने बायो-बबल के टूटने के बारे में जानकारी दी लेकिन पीसीबी के अधिकारियों ने उसे गंभीरता से नहीं लिया.
सोर्स भाषा