नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को हैदराबाद में संयुक्त राष्ट्र विश्व भू-स्थानिक सूचना कांग्रेस (यूएनडब्ल्यूजीआईसी) का उद्घाटन करेंगे, जहां भारत पिछले कई वर्षों में इस क्षेत्र में की गई प्रगति को प्रदर्शित करेगा.
पांच दिवसीय सम्मेलन में एकीकृत भू-स्थानिक सूचना प्रबंधन, इसकी क्षमताओं के विकास और मजबूती से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 115 देशों के 550 से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम भू-स्थानिक ‘चौपाल’ पहल पेश करेंगे, जिसके तहत ग्रामीण समुदायों को भू-स्थानिक सेवाओं से जोड़ने का प्रयास किया गया है.’’
सम्मेलन के दौरान ध्यान केंद्रित किया जायेगा:
सिंह ने कहा कि गांवों में राजस्व भूमि का नक्शा बनाने के लिए स्वामित्व जैसी पहल और भू-स्थानिक डाटा का उपयोग करके आम नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर सम्मेलन के दौरान ध्यान केंद्रित किया जायेगा. भू-स्थानिक क्षेत्र में सरकार की पहल पर उद्योग से प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि हम ऐसे युग में नहीं हैं, जहां हम अपने डाटा को गोपनीय रख सकते हैं. सिंह ने कहा कि हमारे पास एक अद्वितीय भू-स्थानिक चौपाल भी है, जिसे दुनिया का कोई अन्य देश नहीं दे सकता है. सोर्स-भाषा