VIDEO: मरुधरा में पर्यटन सत्र की तैयारियां जोरों पर, पावणों के लिए बिछाए पलक पावड़े, देखिए, ये खास रिपोर्ट

जयपुर:  पावणों के प्रदेश ने एक बार फिर पावणों के लिए पलक पांवड़े बिछा दिए हैं. अगले महीने 1 अक्टूबर से शुरू हो रहे नए पर्यटन सत्र से पहले जोरदार तैयारियां की गई हैं. सर्दियों को सुहानी बनाने के लिए ट्रेवल एजेंट और टूर ऑपरेटर्स ने दर्जनों नए पैकेज तैयार किए हैं. पिछले आठ महीने में प्रदेश में घरेलू पर्यटकों की संख्या में 84 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ है. ऐसे में विभाग अब नए सत्र में इस संख्या में और वृद्धि की उम्मीद कर रहा है. 

प्रदेश में ऑफ सीजन में आए रिकॉर्ड पर्यटक: 
माह                       पर्यटक संख्या           राजस्व
जनवरी                   3,59,000                1.90 करोड़
फरवरी                   4,11,161                 2.27 करोड़
मार्च                       4,95,870                 2.83 करोड़
अप्रेल                     2,84,873                 1.66 करोड़
मई                        3,42,074                 1.92 करोड़
जून                       4,71,120                  2.54 करोड़
जुलाई                    5,26,101                 2.93 करोड़
अगस्त                   5,50,463                 3.05 करोड़
कुल                       34,41,662              19.12 करोड़

दरअसल बेहतर कोविड मैनेजमेंट ने मरु प्रदेश को देश का सबसे सुरक्षित राज्य बना दिया है. यही कारण है कि राजस्थान ने घरेलू पर्यटकों की आवक में जोरदार वृद्धि का देश में पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है. पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने, स्टेक होल्डर्स को विभिन्न रियायतें जारी करने और पर्यटन उत्पादों की जोरदार मार्केटिंग ने यह सब संभव कर दिखाया है. पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ की माने तो पर्यटन की जोरदार वापसी के मामले में राजस्थान देश में अव्वल रहा है. 
अब यहां पर्यटकों के ठहराव को बढ़ाने और उन्हें धार्मिक, ग्रामीण, मेडिकल, एडवेंचर, वाइल्ड लाइफ या नेचर टूरिज्म से जोड़ना ज्यादा बेहतर साबित हो सकता है. मेले उत्सवों पर फोकस कर हम हमारी संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ ही पर्यटकों को भी उनसे जोड़ सकते हैं. टूरिज्म ईवेंट के जरिए पर्यटकों की संख्या में इजाफ किया जा सकता है. राठौड़ कहती हैं 'दरअसल से रिथिंकिंग टूरिज्म का समय है.

पर्यटन, कला, संस्कृति और पुरातत्व हमारी ताकत है. टाइगर और लेपर्ड सफारी तथा क्रूज और एडवेंचर टूरिज्म, हमारी समृद्ध धार्मिक और पुरा विरासत, हमारे गांवों में पलती हमारी सनातन संस्कृति. ये सभी राजस्थान में पर्यटकों को अपनी तरफ खींचती हैं. प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ का कहना है कि इंटेंजिबल कल्चरल हैरिटेज जैसे प्रोजेक्ट संस्कृति कां संजोने में अहम साबित होंगे. नई टूरिज्म साइट, फिल्म टूरिज्म को आसान बनाना भी अहम साबित हो रहा है.

राठौड़ का कहना है कि अगले महीने सांभर फेस्ट के जरिए सांभर में नाइट टूरिज्म के प्रमोशन से इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी. चंबल में इको और वाइल्ड लाइफ ट्रेल, डेज़र्ट एस्ट्रो, फार्म और ऑर्चिड पर्यटन नया आकर्षण होंगे. जल्द ही नई ग्रामीण पर्यटन नीति  लाई जा रही है. केंद्र की स्वदेश दो पर्यटन योजना के तहत आमेर के लिए आइकॉनिक टूरिज्म प्रोजेक्ट का प्रस्ताव भी नए सिरे से भेजा जाएगा. कोविड से चरमराए पर्यटन उद्योग को उबारने का काम जिस तेजी से और सुनियोजित तरीके से राजस्थान में हुआ है वैसा पूरे देश में नहीं हुआ. माना जा रहा है कि आने वाला पर्यटन सत्र राजस्थान पर्यटन को नई ऊंचाइयां देगा.