नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी एवं केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने संविधान निर्माता बी आर आंबेडकर के उन 22 संकल्पों का समर्थन किया जो उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाते वक्त लिए थे. अठावले ने कहा कि एक बौद्ध होने के नाते उन्हें (अठावले को) उन संकल्पों पर गर्व है.
हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने समेत ये संकल्प तब से सियासी विवाद का केंद्र बने हुए हैं जब दिल्ली सरकार के तत्कालीन मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को भाजपा के विरोध के कारण इस्तीफा देना पड़ा. गौतम धर्मांतरण के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे जहां इन संकल्पों को दोहराया गया था. अठावले ने शनिवार को ट्वीट किया कि बोधिसत्व बाबा साहेब आंबेडकर के इन 22 संकल्पों को हम स्वीकार करते हैं और एक बौद्ध होने के नाते मैं इनका समर्थन करता हूं.
बोधिसत्व डॉ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा किए गए 22 प्रतिज्ञायो को हम स्वीकार करते हैं और बौद्ध होने के नाते 22 प्रतिज्ञाओं का मैं समर्थन करता हूं। बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा जो 22 प्रतिज्ञाएं ली गई थी उन पर हमको गर्व है और हम सभी को हमें अपने जीवन में यह स्वीकारना चाहिए।
— Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) October 15, 2022
आंबेडकर के इन संकल्पों पर हमें गर्व है और हम सभी को इन्हें अपने जीवन में स्वीकार करना चाहिए. केंद्रीय मंत्री अठावले ने कुछ दिन पहले, गौतम की उक्त कार्यक्रम में मौजूदगी को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा था और कहा था कि लोगों को अपनी पंसद के धर्म का पालन करने का संवैधानिक अधिकार है लेकिन उन्हें अन्य धर्मों को बदनाम नहीं करना चाहिए न ही अन्य धर्म का अपमान करना चाहिए. सोर्स- भाषा