Rajasthan News: चुनावी साल में कर्मचारियों को मिल सकता तोहफा ! सेवा काल में 3 के बजाय 4 प्रमोशन लाभ संभव; जानिए क्या है फायदे

जयपुर: इस चुनावी साल के बजट में गहलोत सरकार सरकारी कर्मचारियों को एक और तोहफा दे सकती है. इसके तहत सरकारी कर्मचारियों को उनके सेवा काल में 3 के बजाय 4 प्रमोशन का लाभ संभव है. इसे लेकर उच्च स्तर पर परीक्षण की चर्चाओं के जोर पकड़ने से  कर्मचारियों को चुनावी साल में बड़ी उम्मीद बंधी है. 

पिछली बार के बजट में ओपीएस लागू करने की मुंहमांगी मुराद पूरी करने के बाद इसकी आगे की कड़ी में सरकारी कर्मचारियों के लिए 8,16,24 और 32 सालों की सेवा पर प्रमोशन के परीक्षण की एक्सरसाइज की जा रही है. 

अभी क्या है प्रक्रिया ?
- अभी सरकारी कर्मचारियों को 9,18 और 27 साल की सेवा पूरी होने पर एसीपी यानि एश्योर्ड कैरियर प्रमोशन का लाभ मिलता है. 
- इससे सरकारी सेवा के 9,18,27 साल की सेवा में प्रमोशन का लाभ मिलता है. 
- इससे वे कर्मचारी जो सरकार की सेवा में 3 दशक या ज्यादा समय तक रहते हैं, उन्हें प्रमोशन का लाभ नहीं मिलता है. 
- उन्हें हालांकि सालाना वेतन वृद्धि का लाभ ही मिल पाता है. 

क्या है 8, 16, 24, 32 साल के फॉर्मूले के फायदे ?
- अगर यह फॉर्मूला लागू होता है तो सरकारी कर्मचारियों को 3 के बजाय अपने सेवा काल में चार प्रमोशन मिलेंगे. 
- इसके चलते ज्यादातर उन  सरकारी कर्मचारियों को फायदा होगा जो सरकारी सेवा में 3 दशक गुजार चुके हैं. 
- सीएम  अपने उद्बोधन में "अनुभव का कोई विकल्प नहीं होने" की बात कहते रहे हैं. 
- यह फॉर्मूला लागू होने पर सरकार के अनुभव को तरजीह देने पर मुहर लगेगी. 

यह भी होगा फायदा:- 
- 27 साल के बाद प्रमोशन न होने से कई सरकारी कर्मचारी 9,18 और 27 साल का प्रमोशन लेकर वीआरएस ले लेते हैं. 
- अगर यह फॉर्मूला लागू होता है तो ब्रेनड्रेन रुक जाएगा. 

इस फॉर्मूले को लेकर पूर्व की राजे सरकार में आचार संहिता से पहले एक्सरसाइज पूरी कर ली गई थी और तब जल्द लागू होने की उम्मीद थी लेकिन उस समय की सरकार आचार संहिता से पहले निर्णय नहीं ले सकी.