जयपुर: भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी की पुण्यतिथि (Rajiv Gandhi Death Anniversary) पर आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (PCC) में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने राजीव गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए. पुष्पांजलि कार्यक्रम में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री डॉ.महेश जोशी, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.
इस दौरान मीडिया से बातचीत में सीएम गहलोत ने स्व.राजीव गांधी को याद करते हुए भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजीव जी एक नौजवान जो देश के प्रधानमंत्री बने,21st सेंचुरी की बात की, आज मोबाइल, इंटरनेट, कंप्यूटर का जो युग है पूरी क्रांति हो गई है देश में वो उन्हीं की देन थी. जिस प्रकार संविधान में संशोधन किए 73वां-74वां उससे स्थानीय निकायों को, पंचायतीराज को जो अधिकार मिले वो सबके सामने हैं.
उन्होंने कहा कि आज गांवों में सरपंच महिला बन रही हैं, दलित बन रहे हैं, पिछड़े बन रहे हैं, पहले ये संभव नहीं था, उस वक्त में बहुत बड़ी क्रांति हुई... राजीव जी की उपलब्धियों को हम आज भी याद करते हैं. उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं. दुर्भाग्य इस बात का है देश में पिछली सरकारों के जो प्रधानमंत्री थे, जो उनका योगदान था उसको भुलाने का षड्यंत्र चल रहा है. शायद दुनिया में कोई देश नहीं होगा कि अपनी विरासत में आप आकर बैठे, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति बने हैं तो पुरानी विरासत को भुला ही दो, ये मैं पहली बार देख रहा हूं.
हमेशा ये आग लगाते हैं और कांग्रेस के लोग आग बुझाने का काम करते आए हैं:
सीएम गहलोत ने कहा कि कल प्रधानमंत्री जी ने जो बोला है राजस्थान में इनकी कार्यकारिणी की बैठक में, एकदम यूटर्न कर लिया कि हम विकास के मुद्दे पर आगे बढ़ेंगे. अभी तो आग लगी है पहले उसको बुझाओ, हमेशा ये आग लगाते हैं और कांग्रेस के लोग आग बुझाने का काम करते आए हैं आज तक, ये स्थिति है. मैं समझता हूं कि धीरे-धीरे लोग समझेंगे, हम खुद अपील करना चाहेंगे जनता से, देश की एकता के लिए, अखंडता के लिए, देश के विकास के लिए, जो पार्टी नीतियां रखती है, कार्यक्रम रखती है, सिद्धांत बनाए हुए हैं, उन पर चलो, देशहित में ये है.
अहिंसा की बात करनी पड़ेगी तब जाकर देश एक रहेगा:
इससे आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि धर्म और जाति तो इतना माहौल बना देती है, अचानक झगड़े हो जाते हैं, कुछ भी हो सकता है ये इतिहास गवाह है. इससे अलग हटकर हमें प्रेम-भाईचारा-स्नेह की, प्यार-मोहब्बत, अहिंसा की बात करनी पड़ेगी तब जाकर देश एक रहेगा, अखंड रहेगा, मान-सम्मान जो दुनिया में है वो कायम रहेगा, ये मेरा मानना है.