जयपुर: राजस्थान में सियासी संकट के बीच ओम माथुर का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मौका मिला तो हम राजस्थान में सरकार बनाएंगे. वहीं इससे पहले सियासी गठजोड़ पर विधानसभा में उपनेता राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि सरकार अपने ही अंतर्कलह से गिरेगी. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह तय हो जाएगा कि सरकार के पाले में कितने विधायक हैं. 115 विधायकों का दावा करने वाली सरकार के साथ आधे विधायक रह जाएंगे. भाजपा सही मौके पर फैसला लेगी.
ऐसा राजस्थान के इतिहास में कभी नहीं हुआ:
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सीएम की ओर से खुद, उप मुख्यमंत्री और मंत्रियों को नोटिस दिलाने से साफ है कि उनकी मंशा एसीबी और एसओजी का भय दिखाकर इन लोगों को अपने पक्ष में करना था. ऐसा राजस्थान के इतिहास में कभी नहीं हुआ. ये बात पुख्ता होती जा रही है कि सरकार में बड़ा अंतर्विरोध है.
पायलट पार्टी से ऊपर नहीं:
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, मैंने उनसे (सचिन पायलट) बात करने की कोशिश की और मैसेज भी भेजे लेकिन उन्होंने अब तक जवाब नहीं दिया. वह पार्टी से ऊपर नहीं हैं. पार्टी उनकी बात सुनने को तैयार है लेकिन कोई अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुझे उम्मीद है कि वह बैठक के लिए आएंगे.
VIDEO: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन- अविनाश पांडे
गहलोत के करीबियों पर आयकर विभाग का शिकंजा कसना शुरू:
दूसरी ओर राजस्थान में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों पर आयकर विभाग का शिकंजा कसना शुरू हो गया है. आयकर विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने दिल्ली और राजस्थान के कई जगहों पर छापेमारी की है. यह छापेमारी अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा के ठिकानों पर की गई है.