जयपुर: तीन महीने के लंबे इंतजार के बाद प्रदेश के टाइगर पार्क रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट्स पर पर्यटन गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं. 1 अक्टूबर से सफारी शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली गई है. रणथंभौर पहले दिन से ही पूरी तरह बुक है तो सरिस्का को भी अग्रिम बुकिंग मिल रही हैं. उम्मीद की जा रही है कि नए पर्यटन सत्र में दोनों टाइगर पार्क में सैलानियों की भरमार देखने को मिलेगी.
टाइगर पार्क वाहन बाघ
रणथंभौर 144 एक शिफ्ट में 78
सरिस्का 35 एक शिफ्ट में 24
मुकंदरा अभी सफारी नहीं 01
रामगढ़ विषधारी अभी सफारी नहीं 02
करौली-धौलपुर --------- 07
रणथंभौर में हाफ डे, फुल डे सफारी बंद करने के वन विभाग के साहसिक और ऐतिहासिक फैसले के बाद अब 1 अक्टूबर से प्रदेश के टाइगर पार्क रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट्स पर सफारी शुरू होने जा रही है. तीन महीने मानसून अवधि में कोर रूट्स पर सफारी बंद रहती है. इस दौरान सफारी क्षेत्र के रास्तों को दुरुस्त किया जाता है. वन प्रबंधन के दूसरे कार्य भी किए जाते हैं. हाफ डे और फुल डे बंद करने के चलते रणथंभौर में सुबह और शाम की सफारी के लिए काफी मारा मारी देखने को मिल रही है. पर्यटक अभी से दीपावली, क्रिसमस और न्यू ईयर के आसपास की बुकिंग करा रहे हैं.
रणथंभौर में कुल दस सफारी जोन हैं इनमें से 1 से 5 कोर जोन तो 6 से 10 बफर जोन हैं. यहां पर 78 बाघ-बाघिन और शावक हैं. इसी तरह सरिस्का में तीन रूट हैं जिनमें से मानसून के दौरान सिर्फ एक ही खुला रहता है. अब 1 अक्टूबर से शेष दोनों रूट भी शुरू कर दिए जाएंगे. हालांकि सरिस्का में पर्यटन के लिए अभी महज 5 फीसदी क्षेत्र ही खुला है और इनमें बाघों की संख्या कम है. अधिकांश बाघ नॉन टूरिज्म जोन में होने के कारण यहां साइटिंग कम ही होती है. ऐसे में पर्यटकों का रुझान रणथंभौर की तरफ ज्यादा है. रणथंभौर में एक बार में 144 पर्यटक वाहन विभिन्न रूट्स पर जा सकते हैं.
देशभर के वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स को दोनों टाइगर पार्क्स के खुलने का इंतजार रहता है. इस बार फोटोग्राफर्स का रुझान सरिसका को लेकर भी देखने को मिल रहा है. सरिस्का कोर में कुल 43 जिप्सी और 15 कैंटर हैं इनमें से एक बार में 35 पर्यटक वाहन अंदर जा सकते हैं. सरिस्का के डीसीएफ देवेंद्र जगावत का कहना है कि सफारी की शुरुआत वाले दिन 1 अक्टूबर की बुकिंग फुल है. वन्यजीव सप्ताह के दौरान एक हजार स्कूली बच्चों को निशुल्क सफारी करवाई जाएगी. अन्य कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे.
इधर सरिस्का में नए सीजन को लेकर स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्य और सरिस्का फाउंडेशन से जुड़े प्रतिनिधियों का कहना है कि 1 अक्टूबर को पार्क में सफारी का इंतजार खत्म होने जा रहा है. सभी सफारी को लेकर उत्सुक हैं. माना जा रहा है सरिस्का में यह सीजन पहले से कहीं ज्यादा बेहतर साबित होगा. सरिस्का के फील्ड डायरेक्टर रुपनारायण मीणा का कहना है कि तीन महीन के मानसून ब्रेक में सभी रूट्स दुरुस्त किए हैं और पर्यटकों की सुविधाओं का भी विस्तार किया गया है.प्रदेश में पहली बार बाघों की संख्या सौ के पार पहुंची है. साथ ही हाफ डे और फुल डे सफारी को बंद किया गया है. ऐसे में इस बार रणथंभौर और सरिस्का में रुटीन सफारी के लिए वन्यजीव प्रेमी और पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. उम्मीद है सीजन शानदार रहेगा.