जयपुर: दीपावली पर गुलाबी नगर पावणों से पूरी तरह गुलजार नजर आया. फेस्टिवल टाइम में 21 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक गुलाबी नगर में साढ़े तीन लाख से ज्यादा पर्यटक आए जिसे ट्रेवल ट्रेड के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है. इस दौरान विश्व विरासत आमेर सर्वाधिक देखा गया तो नाहरगढ़, हवा महल, जंतर मंतर और अल्बर्ट हॉल देखने वालों की संख्या भी उत्साहजनक रही. झालाना और आमागढ़ लैपर्ड सफारी और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में भी जोरदार आवक रही.
स्मारक घरेलू विदेशी कुल राजस्व (लाख रुपए में)
आमेर 81361 21612 102973 9648410
अल्बर्ट हॉल 36042 5461 41503 2262310
हवामहल 58378 859 59237 3141420
नाहरगढ़ 43255 833 44088 2043310
जंतर मंतर 54470 4241 58711 3271290
दीपावली पर गुलाबी नगरी पावणों से रोशन नजर आई. 21 अक्टूबर को दीपावली से लेकर 31 अक्टूबर दिवाली अवकाश में राजधानी में करीब साढ़े तीन लाख सैलानियों की आवक हुई इनमें 35 हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं. अकेले आमेर को देखने इन 11 दिनों में एक लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंचे इनमें 21 हजार से ज्यादा विदेशी पावणें भी शामिल हैं. ऐसे में सैलानियों की पसंद के मुताबिक आमेर पहले नंबर पर रहा था तो हवामहल दूसरे और जंतर मंतर तीसरे नंबर पर रहा. नाहरगढ़ और अल्बर्ट हॉल में भी पर्यटकों की जोरदार आवक देखने को मिली.
प्रदेश में सर्वाधिक पर्यटक गुजरात और महाराष्ट्र से आए तो दक्षिण भारतीय पावणों ने भी इस बार दीपावली अवकाश में राजस्थान के भ्रमण को पसंद किया. पर्यटकों की आवक के मामले में राजस्थान ने कोरोना के बाद 84 फीसदी वृद्धि हासिल का देश में नई मिसाल पेश की है. राजस्थान तेजी से सर्वाधिक सुरक्षित प्रदेश के तौर पर उभरा है और विदेशी पर्यटक भी राजस्थान को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. दो साल तक कोरोना से प्रभावित रहने के बाद जयपुर बतौर टूरिज्म सिटी सबसे तेजी से मुख्यधारा में लौटा. बेहतर प्रबंधन और आधारभूत सुविधाओं के विकास से भी पर्यटकों के विश्वास पर जयपुर खरा उतरा है. आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र और अल्बर्ट हॉल व नाहरगढ़ के अधीक्षक राकेश छोलक का कहना है कि पर्यटकों की आवक उत्साहजनक है अब लगातार इस आवक में इजाफा होगा इससे पर्यटन उद्योग और मजबूत होगा.
दरअसल, राजधानी जयपुर अब टूरिज्म के एक मजबूत गढ़ के तौर पर दुनियाभर में लोकप्रिय हो रहा है. यहां ऐतिहासिक किले-महलों के अलावा यहां का खानपान, पहनावा और लोक संगीत और नृत्य के साथ ही सिटी वाइल्डलाइफ टूरिज्म नए आकर्षण के तौर पर उभरा है. यहां आने वाले सैलानी गुलाबीनगर की समृद्ध विरासत के साथ ही लैपर्ड, लॉयन, हाथी सफारी के साथ ही बर्डिंग भी कर रहे हैं. एक ही शहर में पर्यटन की इतनी सारी विविधताएं देख कर पर्यटक खुदकों को रोक नहीं पाते. कोरोना प्रबंधन में भी राजस्थान मिसाल बन गया है. सैलानियों के बीच राजस्थान सबसे सुरक्षित प्रदेश के तौर पर उभरा है इससे भी यहां पर्यटकों की आवक बढ़ी है. ट्रेवल ट्रेड को उम्मीद है कि नया पर्यटन सत्र प्रदेश में पर्यटन उद्योग के लिए संजीवनी साबित होगा.