मेलबर्न: संक्रामक महामारी कोरोना वायरस का ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने इलाज ढूंढ़ निकालने का दावा किया है. शोधकर्ताओं दवा बनाने की शुरुआती तरकीब खोजने की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि एक परजीवी रोधी दवा (एंटी पेरासिटिक्स ड्रग) 48 घंटे के भीतर कोशिकाओं में विकसित किए गए कोरोना वायरस को मार सकती है. उन्होंने बताया कि यह परजीवी रोधी दवा दुनियाभर में पहले से ही मौजदू है.
VIDEO: कोरोना संकट के चलते राजस्थान में टूरिज्म इंडस्ट्री को 500 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान
एक खुराक 48 घंटों तक सभी वायरल आरएनए को हटा सकती है:
अध्ययन के मुताबिक एंटीवायरल रिसर्च नामक पत्रिका में प्रकाशित दवा इवरमेक्टिन ने वायरस, सार्स-सीओवी-2 को 48 घंटे के भीतर सेल कल्चर में बढ़ने से रोक दिया. इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने बताया कि यह प्रारंभिक शोध कोविड-19 के लिए एक नई नैदानिक चिकित्सा पद्धति के विकास और विस्तृत परीक्षण का पड़ाव बन सकता है. जानकारी में सामने आया कि इस दवा की एक खुराक भी निश्चित रूप से 48 घंटों तक सभी वायरल आरएनए को हटा सकती है. इतना ही नहीं इसमें 24 घंटे में ही काफी कमी आई है.
15 अप्रैल से चलेंगी ट्रेनें! रेलवे प्रशासन ने शुरू की संचालन की तैयारी
परिणामों से शोधकर्ताओं में उत्साह:
जानकारी के अनुसार संभावित दवा के रूप में इस्तेमाल होने वाली इवरमेक्टिन के परिणामों से शोधकर्ताओं में उत्साह है. हालांकि, शोधकर्ताओं ने कहा कि अब यह पता लगाने की जरूरत है कि क्या आप इसे मनुष्यों में इस्तेमाल कर सकते हैं या नहीं और मनुष्यों में यह कितनी प्रभावी होगी.