जयपुर: सदी का दूसरा बड़ा पावर क्राइसिस हुआ है ! कोयले की दिक्कत से गहराते बिजली संकट से जुड़ी खबर सामने आई है. इससे पहले जुलाई 2012 में उत्तरी ग्रिड फेलियर हुआ था. तब "ब्लैक" आउट की चपेट में राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा समेत एक दर्जन राज्य आए थे. केन्द्र की जांच कमेटी ने इस "ब्लैक" आउट के पीछे की वजह बताई.
सदी का दूसरा बड़ा पावर क्राइसिस !
— First India News (@1stIndiaNews) October 10, 2021
कोयले की दिक्कत से गहराते बिजली संकट से जुड़ी खबर, इससे पहले जुलाई 2012 में उत्तरी ग्रिड हुआ था फेलियर, तब "ब्लैक" आउट की चपेट में आए थे राजस्थान....#PowerCrisis #CoalShortage @ml_vikas pic.twitter.com/VfcrwciklZ
राज्यों की तरफ से ग्रिड अनुशासन नहीं होने का तर्क दिया गया. इस घटना के बाद ग्रिड अनुशासन को लेकर सख्त नियम बनाए गए. लेकिन अब कोयले की किल्लत ने आमजन के घर की बत्ती गुल की. कमोबेश राजस्थान समेत पूरे देशभर में पावर संकट गहराया हुआ. केन्द्र की माने तो कोविड के बाद पटरी पर अर्थ व्यवस्था लौट रही है.
इससे देशभर में एकाएक बढ़ी डिमाण्ड, डिस्कॉम की खस्ताहालत, खदानों में पानी भरने से कोयला का उत्पादन प्रभावित हो रहा है. इन प्रमुख कारणों से दीपावली के पहले बिजली का संकट पैदा हुआ है. हालांकि, इस सब तर्क के बीच आमजन की एक ही पीड़ा है, जब बिल भर रहे पूरा, तो फिर उन्हें क्यों झेलनी पड़ रही बिजली कटौती ?