VIDEO: पहेली बना एयरपोर्ट टर्मिनल- 1 ! इस साल नहीं होगा शुरू, निर्माण में बताई जा रही खामियां, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 पहेली बना हुआ है. डेढ़ वर्ष पूर्व निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद टर्मिनल-1 को शुरू नहीं किया जा रहा है. वहीं टर्मिनल-2 पर यात्रियों की संख्या बढ़ने से अब उनके आवागमन के दौरान दिक्कत होने लगी है. सूत्रों ने यहां तक कहा कि जिस टर्मिनल-1 को अक्टूबर से शुरू करने की योजना थी, वह इस साल शुरू ही नहीं होगा. फर्स्ट इंडिया न्यूज की इस खास रिपोर्ट में देखिए क्यों शुरू नहीं हो पा रहा है एयरपोर्ट का टर्मिनल-1. जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 को बने हुए डेढ़ साल पूरा हो चुका है. यूं तो इसे पुराने सांगानेर एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है. लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने करीब डेढ़ साल पहले इस टर्मिनल का नए सिरे से निर्माण करवाया था. हैरिटेज लुक देते हुए टर्मिनल-1 को दुबारा विकसित किया गया है. यहां पूरी बिल्डिंग को नया रूप दिया गया है. नई बिल्डिंग तैयार होने के बावजूद यह अब तक शुरू नहीं हो सकी है. 

दरअसल पिछले साल सितंबर तक एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की इसे शुरू करने की तैयारी थी. लेकिन बाद में 11 अक्टूबर को एयरपोर्ट का संचालन अडानी समूह को सौंपने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी इसे शुरू नहीं कर सकी. वहीं अडानी समूह ने संचालन संभालने के बाद इसके निर्माण में कुछ तकनीकी खामियां मानते हुए इसे सुधारने की बात कही. अब जबकि अडानी समूह भी इसे शुरू करने के लिए तैयारियां कर चुका है, तब भी तकनीकी पेंच के चलते एयरपोर्ट टर्मिनल-1 को शुरू नहीं किया जा रहा है. अब सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मियों की कमी और विमानों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्पेस नहीं होने को इसके शुरू नहीं होने का बड़ा कारण माना जा रहा है.

टर्मिनल बना, विमान कहां पार्कं होंगे, पता नहीं ?:
- एयरपोर्ट प्रशासन यहां से इंटरनेशनल फ्लाइट चलाना चाहता
- लेकिन टर्मिनल बिल्डिंग निर्माण में एयरोब्रिज नहीं बनाए गए
- नियमों के मुताबिक इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए एयरोब्रिज होना जरूरी
- टर्मिनल-1 के नजदीक विमानों के लिए पार्किंग उपलब्ध नहीं
- टैंगो टैक्सी वाली पार्किंग, लेकिन इसकी भी कमीशनिंग नहीं हुई
- एयरपोर्ट प्रशासन पुरानी एयरपोर्ट कॉलोनी में बनाएगा विमान पार्किंग
- लेकिन यहां सैंकड़ों पेड़ लगे हुए, जिसकी अभी तक परमिशन नहीं
- यहां विमान पार्किंग के लिए देनी होगी सैंकड़ों हरे पेड़ों की बलि
- दूसरी बड़ी वजह यह भी कि अभी तक CISF के सुरक्षाकर्मी नहीं बढ़े
- केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अनुमति दी, लेकिन बढ़े हुए 247 CISF कर्मी नहीं मिले

जयपुर एयरपोर्ट पर अभी करीब 550 सुरक्षा जवान और अधिकारी कार्यरत हैं. केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने करीब 4 माह पहले इनकी संख्या बढ़ाकर 794 कर दी है. यानी करीब 247 नए सुरक्षा जवान और अधिकारी जयपुर एयरपोर्ट पर आएंगे. इसके बाद टर्मिनल-1 पर सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हो सकेगी. एयरपोर्ट प्रशासन ने टर्मिनल-1 का जो निर्माण पूरा किया है, वह राजस्थानी कला-संस्कृति को संजोते हुए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया गया है. ऐसे में यदि यह शुरू होता है तो यात्रियों के लिए सुविधा मिल सकेगी. यहां कस्टम-इमिग्रेशन आदि ऑफिस को शिफ्ट करना तो आसान है, लेकिन तकनीकी पेंच के चलते अभी शुरू करने में देरी हो रही है. 

ऐसा बनाया गया है एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 :
- करीब 67 करोड़ लागत से 11500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया टर्मिनल-1
- एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का भवन 2 मंजिला बनाया गया
- ग्राउंड फ्लोर से यात्रियों का आवागमन रहेगा, फर्स्ट फ्लोर पर कार्यालय बनाए
- अराइवल एरिया में कस्टम के 4 और डिपार्चर एरिया में 2 काउंटर बनाए गए 
- इमिग्रेशन के 8 काउंटर अराइवल में और 8 काउंटर डिपार्चर एरिया में बनाए
- एयरलाइंस के लिए डिपार्चर एरिया में 10 चैक इन काउंटर बनाए गए
- यात्रियों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर 2 बोर्डिंग गेट बनाए गए 
- यानी एक समय पर 2 फ्लाइट्स का संचालन संभव हो सकेगा