तोक्यो: भारतीय चक्काफेंक खिलाड़ी कमलप्रीत कौर तोक्यो ओलंपिक में वर्षाबाधित फाइनल में 63 . 70 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो लगाकर छठे स्थान पर रही. शनिवार को क्वालीफाइंग दौर में दूसरे स्थान पर रही कमलप्रीत आठ दौर के फाइनल में कभी भी पदक की दौड़ में नहीं रही. बारिश के कारण मुकाबला एक घंटे तक बाधित रहा. कमलप्रीत ने तीसरे दौर में 63.70 मीटर का थ्रो फेंका और छठे स्थान पर रही . इससे पहले 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पूनिया भी लंदन ओलंपिक 2012 में छठे स्थान पर रही थी.
अपने निजी कोच के बिना आई कमलप्रीत पूरे फाइनल में नर्वस नजर आई . अभी तक वह एकमात्र अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट विश्व यूनिवर्सिटी खेल 2017 में भाग ले पाई हैं और उनमें आत्मविश्वास का अभाव दिख रहा था. पंजाब के काबरवाला गांव के एक किसान की बेटी कमलप्रीत ने शनिवार को 64 मीटर का थ्रो लगाकर पदक की उम्मीद जगाई थी.
अमेरिका की वालारी आलमैन 68 . 98 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण , जर्मनी की क्रिस्टीन पुडेंज को रजत और मौजूदा विश्व चैम्पियन क्यूबा की येमे पेरेज को कांस्य पदक मिला. दो बार की गत चैम्पियन क्रोएशिया की सैंड्रा पेरकोविच चौथे स्थान पर रही.