तोक्यो: महामारी, एक साल के विलंब और बढ़ती लागत के बावजूद जापान की जनता को तोक्यो ओलंपिक से खुश होने का मौका मिला और यह है कि रिकॉर्ड संख्या में पदक.
जापान के लिए तोक्यो ओलंपिक सर्वश्रेष्ठ रहे. देश ने अपने इतिहास के सर्वाधिक 27 स्वर्ण पदक जीतने के अलावा कुल सर्वाधिक 58 पदक भी जीते. जापान पदक तालिका में अपने से कहीं बड़े दो देशों अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर रहा. जापान के उप मिशन प्रमुख मित्सुगी ओगाता ने रविवार को ओलंपिक की प्रतियोगिताएं खत्म होने के बाद कहा, जापान की टीम इस बार रिकॉर्ड नतीजे हासिल करने में सफल रही.
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि यह प्रदर्शन आतिशबाजी की तरह गायब हो जाए. हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि इस लय को पेरिस 2024 और लॉस एंजिलिस 2028 में बरकरार रखा जाए. इससे पहले ओलंपिक खेलों में जापान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 16 स्वर्ण पदक था जो उसने 1964 तोक्यो खेलों और 2004 एथेंस खेलों के दौरान जीते थे.
जापान पांच साल पहले रियो खेलों के दौरान सिर्फ 12 स्वर्ण पदक ही जीत पाया था. अमेरिका 39 स्वर्ण पदक जीतकर शीर्ष पर रहा जो चीन से एक अधिक है. अमेरिका ने हालांकि कुल पदकों के मामले में चीन को काफी पीछे छोड़ दिया. अमेरिका ने कुल 113 जबकि चीन ने 88 पदक जीते.
मेजबान देश के पदकों की संख्या में हमेशा इजाफा होता है और ऐसा सामान्यत: इसलिए होता है क्योंकि वह अन्य खेलों की तुलना में अधिक समय और पैसा निवेश करता है. स्टेडियमों में दर्शकों को आने की स्वीकृति नहीं मिलने से जापान ने कुछ हद तक फायदे की यह स्थिति गंवा दी लेकिन जापान ने इसकी भरपाई इस साल ओलंपिक कार्यक्रम में जोड़े गए पांच खेलों में पदक जीतकर की. ये पांच खेल बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग, कराटे, सर्फिंग और स्केटबोर्डिंग थे.
प्रत्येक ओलंपिक मेजबान को कुछ खेल जोड़ने की स्वीकृति होती है. पेरिस में ब्रेकडांसिंग, सर्फिंग, कराटे और स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग खेलों का हिस्सा होंगे. जापान ने बेसबॉल और साफ्टबॉल दोनों के फाइनल में अमेरिका को हराकर स्वर्ण पदक जीते. देश इसके अलावा स्केटबोर्डिंग में तीन और कराटे में एक स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा. जापान ने अपने कुल 58 पदक में से 14 पदक उन खेलों में जीते जिन्हें तोक्यो खेलों में शामिल किया गया था.
स्वर्ण पदक जीतने वाली जापान की बेसबॉल टीम के मैनेजर अत्सुनोरी इनाबा ने कहा कि इस स्वर्ण पदक से अधिक बच्चे इस खेल को खेलने के लिए प्रेरित होंगे. जापान में बेसबॉल काफी लोकप्रिय है लेकिन इसे खेलने वालों की संख्या में गिरावट आई है. अत्सुनोरी ने कहा कि उम्मीद करता हूं कि इस स्वर्ण पदक से बेसबॉल खेलना शुरू करने वाले बच्चों और वयस्कों की संख्या में इजाफा होगा.