अजमेर में दरगाह के गेट नंबर 5 के सामने 3 मंजिला इमारत अचानक हुई धराशाई, हादसे में नहीं हुआ जान माल का नुकसान

अजमेर (शुभम जैन): 8 जनवरी से शुरू होने जा रहे ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812 वां सालाना उर्स से ठीक पहले दरगाह क्षेत्र में आज एक बड़ा हादसा हुआ. दरगाह के गेट नंबर 5 के सामने तीन मंजिला इमारत दोपहर 3:30 बजे अचानक धराशाई हो गई. एकाएक हुए हादसे से मौके पर हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही आई जी, कलेक्टर, एसपी सहित आला अफसर और बचाव दल मौके पर पहुंचा. उर्स की तैयारी के मध्य नजर धराशाई हुई तीन मंजिला इमारत को कल ही कलेक्टर ने जर्जर घोषित कर खाली करवा दिया गया था, जिसके चलते इस हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नही हुई. 

मौके पर एसडीआरएफ सिविल डिफेंस और स्थानीय लोगों की मदद से तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. हालांकि तंग गलियां होने के चलते बचाव कार्य काफी धीमी रफ्तार से चला और भारी मात्रा में गिरे मलबे को हटाने में वक्त लग रहा है घटना की सूचना मिलते ही विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी जो दिल्ली दौरे पर हैं. उन्होंने फोन पर कलेक्टर डॉ भारती दीक्षित से बात की और घटनाक्रम की जानकारी लेने के साथ ही 8 जनवरी से शुरू होने जा रहे उर्स के मध्य नजर दरगाह क्षेत्र के आसपास की अन्य जर्जर इमारत का सर्वे कर तत्काल प्रभाव से आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिससे किसी तरह की अनहोनी घटना उर्स के दौरान सामने नहीं आए.

इस सब के बीच में बड़ा सवाल यही खड़ा हो रहा है कि निगम क्षेत्र में जर्जर इमारत को चिन्हित ही कर भवन मालिकों को मरम्मत या ध्वस्त करने का नोटिस नगर निगम की ओर से जारी किया जाता है तो क्या ऐसे में जो इमारत आज गिरी उसकी निगम की ओर से पूर्व में नोटिस दिया गया था या नहीं उसे के दौरान देशभर से लाखों जायरीन दरगाह जियारत के लिए पहुंचते हैं और ऐसे में उर्स से ठीक पहले अचानक धराशाई हुई इस बिल्डिंग ने जिला प्रशासन के सामने भी कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और मलबे को हटाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है.