जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं.
शुभ मास- कार्तिक मास शुक्ल पक्ष
शुभ तिथि नवमी रिक्ता संज्ञक तिथि रात्रि 9 बजकर 10 मिनट तक रहेगी. नवमी तिथि को विवाह आदि मांगलिक विवाह कार्य इत्यादि कार्य शुभ माने जाते हैं. नवमी तिथि में जन्मे जातक धनवान, भाग्यवान, गुणवान, पराक्रमी होते हैं.
धनिष्ठा "चर-ऊर्ध्व मुख" संज्ञक नक्षत्र रात्रि 1 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. धनिष्ठा नक्षत्र में मुंडन, जनेऊ, देव प्रतिष्ठा, वास्तु, वाहन क्रय करना, विवाह, व्यापर आरम्भ, बोरिंग, शिल्प, विद्या आरम्भ इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. धनिष्ठा नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, साहसी, प्रसिद्ध, शौकीन, धनवान, बुद्धिमान होता है.
व्रतोत्सव- अक्षय नवमी, आंवला नवमी
चन्द्रमा- दोपहर 2-17 मिनट तक मकर राशि में तत्पश्चात धनु राशि में संचार करेगा
राहुकाल- दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक
दिशाशूल- बुधवार को उत्त्तर दिशा में दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से गुड़, धनिया खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- सूर्योदय से प्रातः 9.26 तक लाभ अमृत का, प्रातः 10.48 मिनट से दोपहर 12.10 मिनट तक शुभ और दोपहर 2.55 मिनट से सूर्यास्त तक चर, लाभ का चौघड़िया.