22 सितंबर 2022: पढ़ें आज का पंचांग, जानें मुहूर्त, दिशाशूल एवं राहुकाल

जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं. 

शुभ मास- आश्विन मास कृष्ण पक्ष
शुभ तिथि द्वादशी भद्रा संज्ञक तिथि रात्रि 1 बजकर 17 मिनट तक तत्पश्चात त्रयोदशी तिथि रहेगी. द्वादशी तिथि में विवाह आदि मांगलिक, यज्ञोपवीत, गृह आरम्भ, प्रवेश, देव कार्य सहित सभी प्रकार के चर-स्थिर कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं. द्वादशी तिथि में जन्मे जातक चंचल, अस्थिर, परोपकारी, ऐश्वर्यवान, धर्म परायण, गुणवान, होते हैं. 

शुभ नक्षत्र अश्लेषा नामक "तीक्ष्ण" संज्ञक नक्षत्र रात्रि 2 बजकर 3 मिनट तक तत्पश्चात मघा नक्षत्र रहेगा. अश्लेषा में शत्रु, कोर्ट कचहरी इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. शुभ-मांगलिक कार्य वर्जित है. अश्लेषा नक्षत्र गंड मूल नक्षत्र माना जाता है. इस नक्षत्र में जन्मे जातक की गंड मूल शांति हवन 27 दिन बाद पुनः इसी नक्षत्र के दिन करा लेनी चए. अश्लेषा नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक क्रोधी स्वाभाव वाला, सुन्दर, धनवान, बुद्धिमान होता है. 

चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन कर्क राशि में संचार करेगा

व्रतोत्सव- द्वादशी एवं सन्यासियों का श्राद्ध

राहुकाल- दोपहर 1.30 बजे से 3 बजे तक                              

दिशाशूल- गुरुवार को दक्षिण दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से दही खा कर निकले.

आज के शुभ चौघड़िये- सूर्योदय से प्रातः 7.49 मिनट तक शुभ का,प्रातः 10.49 से दोपहर 3.19 मिनट तक चर, लाभ, अमृत का और सायं 4.49 से सूर्यास्त तक शुभ का चौघड़िया.