जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं.
शुभ मास- कार्तिक मास शुक्ल पक्ष
शुभ तिथि तृतीया जया संज्ञक तिथि दोपहर 10 बजकर 33 मिनट तक तत्पश्चात चतुर्थी रिक्ता संज्ञक तिथि आरम्भ. तृतीया तिथि में सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य, विवाह, प्रतिष्ठा, अन्नप्राशन, यज्ञोपवीत, उत्सव, यज्ञादि कार्य विशेष शुभ माने जाते हैं. तृतीया तिथि में जन्मे जातक प्रमादी, धनवान, बुद्धिवान, भाग्यवान, पराक्रमी होते हैं.
अनुराधा "मृदु" संज्ञक नक्षत्र दोपहर 10 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. अनुराधा नक्षत्र में विवाह, जनेऊ, यात्रा, अलंकार, तथा अन्य शुभ कार्य व मांगलिक कार्य शुभ माने जाते हैं. अनुराधा नक्षत्र में जन्मा जातक सुन्दर, साहसी, व्यापार निपुण, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन वृश्चिक राशि में संचार करेगा
व्रतोत्सव- विनायक चतुर्थी व्रत, दूर्वा गणपति व्रत, डाला छठ पर्व प्रारम्भ 3 दिन का
राहुकाल- प्रातः 10.30 बजे से 12 बजे तक
दिशाशूल- शुक्रवार को पश्चिम दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से जौ खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- सूर्योदय से पूर्वाह्न 10.47 तक चर, लाभ, अमृत, दोपहर 12.10 से दोपहर 1.33 तक शुभ, सायं 4-19 से सूर्यास्त तक चर का चौघड़िया.