Ajmer News: पुष्कर में बहेगी विकास की गंगा, 500 करोड़ से अधिक की लागत के होंगे विकास कार्य

जयपुर: भगवान ब्रह्माजी के विश्व में एकमात्र मंदिर वाले शहर, धार्मिक नगरी और तीर्थराज पुष्कर के धार्मिक व पौराणिक महत्व को सहेजने, उसमें आधारभूत ढांचा विकसित करने और सौन्दर्यन के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर जल्द काम शुरू होगा. पुष्कर को यूरोप की वेटिकन सिटी की तर्ज पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बनाने के इस प्रोजेक्ट को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता व आरटीडीसी चैयरमेन धर्मेन्द्र राठौड़ की मौजूदगी में महत्वपूर्ण बैठक हुई. 

500 करोड़ रुपए से अधिक लागत के इस प्रोजेक्ट पर चर्चा के लिए विधानसभा में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर लागू किए जाने वाले इस प्रोजेक्ट का खाका मशहूर आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया ने तैयार किया है. बैठक में आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया की ओर से प्रोजेक्ट की फर्स्ट कांसेप्ट रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण किया गया. 

बैठक में नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीना, स्वायत्त शासन सचिव जोगाराम,अजमेर विकास प्राधिकरण,आरयूआईडीपी और पुष्करण नगरपालिका के अधिकारी मौजूद थे. नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सोच है कि विभिन्न धर्मों के तीर्थों का विकास किय जाए. मुख्यमंत्री चाहते हैं कि पुष्कर का विकास किया जाए. उनकी इस सोच को आगे बढ़ाया है राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने. इस प्रोजेक्ट के लागू होने से पुष्कर अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बनेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फिलहाल 500 करोड़ रुपए का इसके लिए प्रावधान रखा है. आवश्यकता हुई इससे अधिक राशि भी खर्च की जाएगी

नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बताया इस प्रोजेक्ट में पुष्कर सरोवर के सौन्दर्यन और उसमें गंदे पानी का प्रवाह रोकने और परिक्रमा के साथ् पूरे शहर का विकास किया जाएगा. पुष्कर को लेकर सोच बन रही है कि यहां नो कंस्ट्रक्शन जोन निर्धारित किया जाए. ताकि बेतरतीब, छितराए और अवांछित विकास को रोका जाए. इस बारे में फैसला होगा या नहीं यह आगे की बात है. इस प्रोजेक्ट को लागू करने की अहम जिम्मेदारी राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया और अजमेर विकास प्राधिकरण को दी गई है.

बैठक के बारे में जानकारी देते हुए राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री धर्मेंद्र राठौड ने बताया कि पुष्कर सरोवर में गंदे पानी के आवक पर रोक लगाने ब्रह्मा मंदिर के जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण 24 कोसी परिक्रमा यात्रा मार्ग का सौन्दर्यीकरण और शहर के आधारभूत विकास के सौ से अधिक काम किए जाएंगे.

राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में पुष्कर में विकास की गंगा बहेगी एवं अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पुष्कर की एक नई पहचान दिखेगी! बैठक में पुष्कर के विकास के लिए पांच सौ करोड रुपए से अधिक लागत के विकास कार्य के निर्माण चरणबद्ध तरीके से करवाए जाने पर चर्चा की. पुष्कर में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और यहां के पौराणिक महत्व की जानकारी आमजन को सुलभ कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर कलाकृतियां व प्रतिमाएं लगाई जाएंगी. दीवारों पर सचित्र पौराणिक महत्व से जुड़ी कहानियां उकेरी जाएंगी. आपको बताते हैं कि इस लिहाज से क्या-क्या काम किए जाएंगे.

- शहर के ब्रह्माजी की 50 फीट ऊंची सफेद मार्बल की प्रतिमा ब्रह्म घाट के पास ब्रह्म चौक में लगाई जाएगी
- इसमें भगवान ब्रह्माजी पुष्प वर्षा कर पुष्कर सरोवर का निर्माण करते हुए नजर आएंगे
- देवी सावित्री की और शिव मंदिर के पास शिव-ब्रह्मा कॉन्फलिक्ट थीम पर आधारित प्रतिमा लगाई जाएगी
- महर्षि विश्वामित्र और अप्सरा मेनका की कहानी को गन मैटल की थ्री डी प्रतिमा लगाकर दर्शाया जाएगा 
- भगवान श्रीराम की अपने पिता महाराज दशरथ की श्राद्ध पूजा करते हुए 18 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी
- प्राचीन पदम पुराण में उल्लेख है कि भगवान श्रीराम ने यह पूजा पुष्कर में ही की थी
- यहा मेला ग्राउण्ड के पास ऊंट की 50 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी
- ऐसा दावा है कि किसी जानवर की इतनी ऊंची प्रतिमा विश्व में केवल पुष्कर में ही लगेगी
- इसके अलावा वरहा अवतार और गौ माता की प्रतिमाएं भी लगाई जाएंगी
- पुष्कर सरोवर का सौन्दर्यन किया जाएगा
- ब्रह्माजी मंदिर जाने वाले मार्ग में कलात्मक शैड लगाए जाएंगे, वॉक वे बनाया जाएगा
- शैड के दोनों तरफ खंभों पर हैरिटेज लाईटें लगाई जाएंगी 
- शहर के भीड़भाड वाले इलाकों में नो व्हीकल जोन घोषित किया जाएगा

इसके अलावा पूरे पुष्कर शहर का आधारभूत ढांचा विकसित करने और शहर की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए भी कई कार्य कराए जाएंगे. रिंग रोड व अन्य सड़कों का निर्माण किया जाएगा.

- पुष्कर शहर के पूरे इको सिस्टम को ध्यान में रखते हुए यह प्रोजेक्ट क्रियान्वित किया जाएगा
- सड़कों का विकास होगा, रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा
- शहर के प्रवेश द्वार पर एंट्री प्लाजा बनाए जाएगा
- इसके चारों तरफ कार पार्किंग,बस पार्किंग,टैक्सी स्टैण्ड आदि विकसित किए जाएंगे
- एंट्री प्लाजा पर लगे फव्वारे व पार्क आंगतुकों का स्वागत करेंगे 
- विभिन्न स्थानों पर पार्किंग स्थल विकसित किए जाएंगे
- यहां के भवनों के बाहरी स्वरूप में सुधार करते हुए उसमें एक रूपता लाई जाएगी
- सार्वजनिक परिवहन में सुधार के लिए शहर में कोलकाता की तर्ज पर ट्राम चलाई जाएगी
- पुष्कर शहर को नेट जीरो टाउन के तौर पर विकसित किया जाएगा
- सौ प्रतिशत बिजली सौर ऊर्जा जैस गैर परम्परागत स्त्रोतों से उत्पादित होगी
- ग्राउण्ड वाटर रीचार्ज,जीरो कार्बन एमीशन और सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित काम होंगे

भगवान ब्रह्माजी के एकमात्र मंदिर होने के कारण पूरे विश्व में पुष्कर शहर का विशिष्ट स्थान है. इसके अलावा इस पवित्र नगरी पुष्कर का पौराणिक महत्व भी है. शहर के कायाकल्प के इस प्रोजेक्ट के प्रथम चरण का काम जल्द मौके पर शुरू हो जाएगा. राज्य सरकार की यह कोशिश है कि यह प्रथम चरण मौजूदा कार्यकाल में ही पूरा कर लिया जाए.