VIDEO: पर्यटकों की आवक के सभी रिकॉर्ड धराशायी, इस वर्ष 10 महीने में पहुंचे रिकॉर्ड 13.40 करोड़ सैलानी, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान पर्यटन इस समय अपने शीर्ष पर चल रहा है. राजस्थान के पर्यटन उत्पादों का आकर्षण ऐसा है कि यहां रोजाना औसतन चार लाख 41 हजार पर्यटक और हर महीने औसतन एक करोड़ 34 लाख से ज्यादा पर्यटक आ रहे हैं. राजस्थान पर्यटकों की आवक के मामले में एक ऐसे रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रहा है जिसे भविष्य में राजस्थान ही तोड़ पाएगा. पावणों के प्रदेश से दुनियाभर में बुलंद होते 'पधारो म्हारे देश.

पर्यटकों की आवक के सभी रिकॉर्ड धराशायी:
-इस वर्ष 10 महीने में पहुंचे रिकॉर्ड 13.40 करोड़ सैलानी
-पिछले वर्ष प्रदेश में आए थे 10.87 करोड़ पर्यटक
-पिछले वर्ष के मुकाबले पर्यटकों की आवक में 51 फीसदी वृद्धि
-इस वर्ष 15 करोड़ पर्यटकों के आंकड़े पर पहुंचने की उम्मीद
-कोरोना के बाद राजस्थान में पावणों की संख्या में जोरदार वृद्धि का दौर
-पर्यटन विभाग की अग्रेसिव मार्केटिंग, वन विभाग की सफारी रही कारगर
-पुरातत्व विभाग के मॉन्यूमेंट मैनेजमेंट और विकास कार्यों से बदली फिजा
-जंगल सफारी और वाटर स्पोर्ट्स से भी बढ़ा मरुधरा को लेकर क्रेज
-प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़, निदेशक डॉ रश्मि शर्मा
-पुरातत्व निदेशक डॉ महेंद्र सिंह खड़गावत की मेहनत लाई रंग
-दिसंबर में 2 करोड़ पर्यटकों के आने का अनुमान
-ट्रेवल ट्रेड के लिए दिसंबर को माना जाता है गोल्डन मंथ

राजस्थान की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का योगदान सबसे बड़ा है. यहां के सतरंगी पर्यटन उत्पाद शुरू से ही देश दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं. लेकिन कोरोना के दौर में राजस्थान सहित पूरी दुनिया का पर्यटन ढांचा भरभरा कर धराशायी हो गया था. ये वो दौर था जब पर्यटन उद्योग गर्त में जाता दिख रहा था.लाखों लोग बेरोजगार हुए, ट्रेवल इंडस्ट्री की पचास फीसदी से ज्यादा इकाई बंद हो गई. यहीं से प्रदेश प्रदेश ने दिखाया वापसी का जोरदार जज्बा और पूरी शिद्दत से पर्यटन ढांचे को दोबारा खड़ी करने में ताकत लगाई. नतीजे इतने शानदार रहे कि राजस्थान पर्यटन दोबारा अपने पैरों पर खड़ा ही नहीं हुआ बल्कि दौड़ने लगा और पूरे देश और दुनिया के लिए वापसी का मॉडल बन गया. बात करें आंकड़ों की तो राजस्थान ने कोरोना के बाद वर्ष 2022 में पर्यटकों की आवक का रिकॉर्ड बनाया. वर्ष 2022  में राजस्थान में 10 करोड़ 87 लाख से ज्यादा पर्यटक आए. पर्यटकों के इस सैलाब से पूरी दुनिया चकित हो गई कि कैसे राजस्थान ट्रेवल ट्रेड को संजीवनी देने वाला प्रदेश बना.

अभी दुनियाभर के ट्रेवल एजेंट और टूर ऑपरेटर राजस्थान पर्यटन की इस सफलता के राज जानने की कोशिश कर ही रहे थे कि राजस्थान पर्यटन ने चालू वर्ष यानी वर्ष 2023 के पहले 10 महीने में ही ग्लोबल ट्रेवल इंडस्ट्री को फिर चौंका दिया. वर्ष 2023 के पहले 10 महीने में 31 अक्टूबर तक राजस्थान में 13 करोड़ 40 लाख से ज्यादा पर्यटक आ चुके हैं, जो पिछले वर्ष से 51 फीसदी ज्यादा है. आंकडे और बदलेंगे 31 दिसंबर तक प्रदेश में 15 करोड़ से ज्यादा पर्यटक पहुंचना तय माना जा रहा है. ऐसे में ट्रेवल ट्रेड का इसे स्वर्णकाल माना जा रहा है. राजस्थान में दिसंबर से मार्च तक के 4 महीने सैलानियों की जोरदार आवक रहती है ऐसे में प्रदेश में पर्यटकों के आने का जो ट्रेंड बना हुआ है उससे यह तय है कि इस बार ट्रैवल इंडस्ट्री को जबरदस्त बूस्ट मिलने वाला है.

कोरोना के बाद वैसे भी लोग प्रकृति की तरफ और अपने परंपरागत खान-पान की तरफ लौटे हैं इसलिए राजस्थान को ज्यादा पसंद किया जा रहा है. पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉक्टर महेंद्र सिंह खडगावत की माने तो प्रदेश के स्मारकों पर आधारभूत ढांचे का विकास और बेहतर प्रबंधन पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. इसी तरह पर्यटन विभाग की ओर से देश-विदेश में की जा रही अग्रसिव मार्केटिंग और रोड शो राजस्थान पर्यटन के लिए मुफीद साबित हो रहे हैं. जंगलात विभाग द्वारा टाइगर और लेपर्ड सफारी कराई जा रही है, जो वन्य जीव प्रेमियों में खासी लोकप्रिय है. हमारा खानपान व वेशभूषा, भाषा की विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत राजस्थान पर्यटन को शीर्ष की और तेजी से ले जा रही है. उम्मीद है अगले वर्ष पर्यटकों की आवक के रिकॉर्ड के टूटने की हैट्रिक होगी.