जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज प्रश्काल के दौरान डांग विकास बोर्ड के तहत जारी राशि में बंदरबांट और भेदभाव करने का मामला उठाया गया। कांग्रेस विधायक रमेश मीणा ने मामला उठाते हुए जमकर भेदभाव के आरोप जड़े। मीणा ने कहा कि धौलपुर और झालावाड़ में सीएम को खुश करने के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने अपने पद का दुरुप्रयोग किया।
साथ ही मीणा ने राठौड़ पर गलत जवाब देने के भी आरोप लगाए। मीणा ने विभाग पर करौली जिले की उपेक्षा करने के भी आरोप जड़े। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक प्रदुम्न सिंह ने भी धौलपुर में डांग विकास बोर्ड के तहत बजट जारी करने में कमीशन का बड़ा खेल बताया।
जवाब में ग्रामिण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि डांग एरिया में 2014 से लेकर 2017 तक करीब साढ़े 19 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 715 कामों के लिए 34 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, जिनमें धौलपुर के लिए 32.75 करोड़, झालावाड़ के लिए 32.25 करोड़ और करौली के लिए 32.22 करोड़ का बजट दिया गया।
राठौड़ ने मीणा के तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए झूठ बोलने पर पाप का भागीदार बनने की बात कही। इस दौरान पक्ष औऱ विपक्ष सदस्यों में हंगामा भी हुआ। प्रद्युम्न सिंह ने राठौड़ के सीएम को सीधे प्रस्ताव भेजने के आरोपों को गलत बताया।