Lok sabha Election 2024: रूठे और बागी नेताओं को शुरू हुई घर वापसी, दो दिन में 6 नेता हुए वापस कांग्रेस में शामिल, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: लोकसभा चुनाव के चलते नाराज और बागी नेताओं की अब घर वापसी होने लगी है. कांग्रेस में दो दिन में 6 बड़े नेताओं की घर वापसी हो चुकी है. उम्मीदवारों की रिकमंड पर नाराज और बागी नेताओं की कांग्रेस में फिर वापसी हो रही है. आने वाले दिनों में कुछ और नेता भी वापस कांग्रेस में शामिल होंगे. अभी तक कांग्रेस में वापसी करने वाले अधिकतर वो नेता है, जिन्होंने विधानसभा में बगावत करते हुए कांग्रेस उम्मीदवारों को चुनाव हरा दिया था.

लोकसभा चुनाव के चलते नेताओं का आयाराम औऱ गयाराम का सिलसिला भी जारी है. जहां कईं नेताओं ने टिकटों के लिए पाला बदल लिया तो कईं नेताओं की अब घर वापसी भी शुरु हो चुकी है. कांग्रेस के लिए नेताओं की घर वापसी थोड़ी राहत की खबर है क्योंकि पिछले दिनों उनके कईं नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया था. दो दिन से बागी नेताओं का कांग्रेस में आने का सिलसिला जारी है. अब तक करीब 6 नेता कांग्रेस वापस ज्वॉइन कर चुके हैं. जिनमें पूर्व मंत्री,पूर्व विधायक औऱ जिला प्रमुख पर रह चुके नेता शामिल है. 

---घर वापसी करने वाले नेताओं की हिस्ट्री---

मुख्तियार अहमद
मुख्तियार ने टिकट नहीं मिलने पर कामां सीट से बागी होकर चुनाव लड़ा. अहमद को करीब 64 हजार 740 वोट मिलें और कांग्रेस उम्मीदवार जाहिदा कामां तीसरे नंबर चली गई. वोटों के बंटने से यह सीट भाजपा के खाते में चली गई.

ओम विश्नोई
सचिन पायलट के करीबी ओम विश्नोई ने भी टिकट नहीं मिलने पर सादुलशहर से निर्दलीय चुनाव लड़ा और 58 हजार 973 वोट हासिल किए. विश्नोई की बगावत से कांग्रेस उम्मीदवार के समीकरण बिगड़ गए और वो भी तीसरे नंबर पर चले गए.

वीरेन्द्र बेनीवाल
पूर्व मंत्री बेनीवाल की बगावत भी कांग्रेस उम्मीदवार के लिए भारी पड़ी. बेनीवाल ने भी टिकट नहीं मिलने पर बगावत की औऱ लूणकरणसर से करीब 30 हजार वोट हासिल किए. बेनीवाल की बगावत से यहां भाजपा जीत गई.

वाजिद चीता
वाजिद चीता ने भी टिकट नहीं मिलने से खफा होकर मसूदा से बगावत कर दी. चीता करीब 30 हजार वोट ले गए जिसके चलते कांग्रेस प्रत्याशी राकेश पारीक को हार का सामना करना पड़ा.

गोपाल बाहेती
गोपाल बाहेती ने भी टिकट नहीं मिलने पर पुष्कार से चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी नसीम अख्तर के समीकरण बिगाड़ दिए. बाहेती को करीब 8 हजार 457 वोट मिले.

बागी हुए इन नेताओं ने चुनाव लड़कर अपनी ताकत का एहसास कांग्रेस को करा दिया था. लिहाजा लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी अब उनकी नाराजगी का जोखिम नहीं ले सकते थे. ऐसे में उन्होंने पार्टी नेतृत्व से वापस उनतो कांग्रेस में लेने की गुहार लगाई. नेतृत्व की हरी झंडी मिलने के बाद उनकी कांग्रेस में घर वापसी हो गई. घर वापसी के साथ ही पार्टी से उनका 6 साल का निष्कासन भी समाप्त कर दिया गया है.

वहीं पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल भी कांग्रेस में शामिल हो चुकी है. नेताओं का दावा है कि आने वाले दिनों में कुछ और नेताओं की भी घर वापसी होगी. फिलहाल प्रत्याशियों की सिफारिश पर ही रुठे और बागियों की वापसी कांग्रेस में हो रही है.

...फर्स्ट इंडिया न्यूज के लिए दिनेश डांगी की रिपोर्ट