क्या आप भी इसरो में साइंटिस्ट बनने का रहे है सोच, तो जानिए क्या है प्रोसेस

नई दिल्लीः चांद पर चंद्रयान-3 ने सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया है. भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया है जिसने चांद के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग की है. जिसने ना सिर्फ देश की बल्की इसरो की चर्चा भी तेज कर दी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसरो में साइंटिस्ट कैसे बनते हैं. तो आइये जानते हैं क्या है पूरा प्रोसेस. 

अपने करियर में साइंटिस्ट बनने का सोच रहे छात्रों की बात करे तो साइंटिस्ट बनने के लिए उम्मीदवार का 10वीं क्लास के बाद फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, मैथ्स जैसे विषयों का चयन करना जरूरी होता है. इसके बाद तीन वर्ष का बीएससी और चार साल के बीटेक से लेकर पीएचडी तक कोर्स होते हैं. जिसमें उम्मीदवार का मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल या कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग पास होना जरूरी है. 

जेईई एडवांस्ड पास होना जरूरीः
ऐसे में साइंटिस्ट के लिए अप्लाई करने के लिए उम्मीदवार का कम से कम 65% अंक या 6.84 सीजीपीए के साथ बीई/बीटेक पास होना चाहिए. 12वीं क्लास के बाद इसरो में शामिल होने के लिए उम्मीदवार जेईई एडवांस्ड, किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना या आईआईएसईआर की ओर से आयोजित होने वाले सेंट्रल बोर्ड बेस्ड एप्टीट्यूड टेस्ट पास होना चाहिए.