रणथंभौर से आज फिर आई एक खुशखबरी, बाघिन T-84 एरोहेड ने दिया तीन शावकों को जन्म

जयपुर: रणथंभौर की मशहूर बाघिन टी-16 (Tigress T-16) यानी मछली भले ही अब दुनिया में नहीं हो ,लेकिन मछली का कुनबा मछली की लेगेसी को आगे बढ़ा रहा है. पिछले दिनों मछली की पड़ नातिन, टी 19 कृष्णा ( T-19 Krishna) की नातिन और टी 84 एरोहेड की बेटी यानी बाघिन टी 124 रिद्धि ने शावकों को जन्म दिया था. वहीं आज रिद्धि की मां और मछली की नातिन टी 84 यानी एरोहेड भी तीन शावकों के साथ नजर आई. करीब 9 वर्ष के एरोहेड का ये चौथा लिटर है.

पहले लिटर से हुए शावक सरवाइव नहीं कर पाए थे. दूसरे लिटर से हुई मशहूर बाघिन रिद्धि और सिद्धि रणथंभौर की शान बन चुकी है. तीसरे लिटर से भी सितंबर 2021 में 3 शावकों को जन्म दिया था. अब चौथी बार एरोहेड 3 शावकों के साथ नजर आई है. रणथंभौर में अब बाघों की संख्या 79 के स्तर पर पहुंच गई है. यहां 22 नर, 30 मादा और 27 सब एडल्ट व शावक हो गए हैं. फील्ड डायरेक्टर पी कथैरवेल और डीसीएफ मोहित गुप्ता लगातार मॉनिटरिंग में जुटे हैं.

मानसून के दौरान रणथंभौर के पांचो कोर रुट बंद है ऐसे में सर्विलांस और ज्यादा बढ़ा दिया गया है. रिद्धि और उसके बाद एरोहेड के शावक दिखने के बाद खुद डीसीएफ मोहित गुप्ता लगातार फील्ड में मॉनिटरिंग करते दिखाई देते हैं. रणथंभौर, रामगढ़ विषधारी और सरिस्का तीनों ही टाइगर रिजर्व में नए शावकों के जन्म से वन्य जीव प्रेमी उत्साहित हैं और तेजी से राजस्थान की जो 'बाघस्थान' के तौर पर पहचान बन रही है उससे देश दुनिया में बाघ संरक्षण को और बल मिला है.