बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा जारी घोषणापत्र में बजरंग दल के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया गया है जिसको लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मुखर रुख अपना लिया है. इस मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कहा कि सत्तारूढ़ दल इस मुद्दे को जोर शोर से उठा रहा है क्योंकि वह वास्तविक समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा अपने इरादों में सफल नहीं होगी और 10 मई को राज्य में मतदान होने के बाद कांग्रेस सत्ता में आएगी.
कर्नाटक में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार कर रहे सुक्खू ने कहा कि राज्य का अहम मुद्दा बेरोजगारी, महंगाई और गांवों के गरीब हैं जिनकी भाजपा सरकार अनदेखी कर रही है. पिछले साल हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बने सुक्खू ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में भरोसा जताया कि कांग्रेस को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत मिलेगी. कांग्रेस के घोषणा पत्र से उपजे बजरंग दल विवाद और इसको लेकर भाजपा द्वारा निशाना साधे जाने के बारे में पूछे जाने पर सुक्खू ने कहा, ‘‘ जब वे (भाजपा) लोगों को रोजगार नहीं दे सके, जब वे महंगाई पर नियंत्रण हासिल नहीं कर सके तो उन्हें तारणहार (बजरंगबली) याद आते हैं. वे यह सब लोगों का ध्यान मुख्य समस्याओं से भटकाने के लिए कर रहे हैं जिनका सामना जनता कर रही है. उन्होंने कहा कि अब तक तय है कि कांग्रेस ही कर्नाटक में सरकार बनाएगी. अब नागरिकों का ध्यान भटकाने के लिए वे बजरंगबली की बात कर रहे हैं.
बजरंगबली हमारे भगवान हैं और कोई उनका अपमान नहीं कर सकता. यह सब राजनीतिक खेल है जो वे खेल रहे हैं. सुक्खू ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं और किसी व्यक्ति या बजरंग दल, पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) या किसी अन्य को इनका उल्लंघन नहीं करना चाहिए और बहु संख्यक व अल्पसंख्यक में द्वेष नहीं फैलाना चाहिए. हम ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध सहित कानून के तहत निर्णायक कार्रवाई करेंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि ‘खरगे’ फैक्टर राज्य में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाएगा. गौरतलब है कि कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन खरगे को पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित किया है जो कर्नाटक से आते हैं. सोर्स- भाषा