VIDEO: राजस्थान में BSP सुप्रीमो मायावती की जनसभाएं, 4 दिन में 7 जगहों पर सभाएं, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान के चुनावी रण में 17नवंबर से बीएसपी सुप्रीमो मायावती का प्रवेश होगा. बीएसपी सुप्रीमो मायावती राजस्थान में आठ चुनावी जनसभाएं करेगी. 17, 18, 19 और 20 नवंबर को चुनावी जनसभाएं होगी. पूर्वी राजस्थान के धौलपुर से होगी शुरुआत. पहले चरण में पूर्वी राजस्थान, मत्स्य, मारवाड़ और शेखावाटी में दौरे का कार्यक्रम होगा.

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती राजस्थान में 17 नवंबर से चुनावी दौरे पर रहेंगे 17 से 20 तक उनका दौरा राजस्थान में होगा इस दौरान अलग-अलग दिशाओं में जन सभाओं को संबोधित करेगी. 17नवंबर को पूर्वी राजस्थान के धौलपुर और नदबई से आगाज के सियासी मायने हैं. पिछले चुनाव में बीएसपी ने जीती थी  नदबई की सीट.उससे पिछले चुनाव में धौलपुर सीट भी बीएसपी ने जीती थी. भरतपुर जिले में बीएसपी को बीते चुनाव में दो सीट मिली थी. बीएसपी के टिकट पर जोगिंदर सिंह अवाना जीते थे नदबई से चुनाव,जीतने के बाद शामिल हो गए थे कांग्रेस में, भरतपुर के नगर में भी बीएसपी जीती थी, यहां वाजिब अली ने जीतने के बाद बीजेपी ज्वाइन कर ली थी,बीएसपी सुप्रीमो के दौरे से दलित वोट बैंक पर असर पड़ेगा!,इस इलाके में बीएसपी का पुराना कैडर सक्रिय हैं. 

जाटव वोट की बहुलता यहां बीएसपी का बेस रहता है. 17नवंबर को मायावती की धौलपुर और नदबई में जनसभा होगी. 18नवंबर को अलवर जिले बानसूर में बीएसपी सुप्रीमो मायावती की जनसभा होगी. 19 नवंबर को करौली और गंगापुर सिटी में चुनावी रैली को संबोधित करेंगी. 28नवंबर को शेखावाटी के खेतड़ी और नागौर के लाडनूं में जनसभा के कार्यक्रम रखे गए है. इस सभी सभी सीटों पर दलित वर्ग के मतदाता 30 हजार से अधिक है. सामान्य वर्ग की सीटों पर बीएसपी उम्मीदवार को हाथी के सिंबल पर मत मिलने की संभावना अधिक होती है. यही कारण है कि बीएसपी के अधिकांश विधायक सामान्य सीट पर  सामान्य वर्ग के उम्मीदवार के तौर पर जीते है या फिर एसटी वर्ग से जीते है. इस बार भी बीएसपी ने कुछ प्रमुख सीटों पर फोकस किया है..

बीएसपी ने किया इन प्रमुख सीटों पर फोकस

धौलपुर, बाड़ी, राजाखेड़ा, भरतपुर, नदबई

डीग कुम्हेर, कामां, नगर, बयाना रूपवास

करौली, टोडाभीम, हिंडौन, सपोटरा, गंगापुर, बांदीकुई

महुवा, दौसा, किशनगढ़ बास, बानसूर

खेतड़ी, उदयपुर वाटी, नीम का थाना

राजगढ़ सार्दुलपुर, चौमूं, मसूदा व सांचौर 

राजस्थान में बीएसपी एकमात्र विपक्षी दल है जिसने सबसे पहले उम्मीदवारों की घोषणा की थी. बहुजन समाज पार्टी का एक जमाने में बोलबाला था. इससे राजस्थान भी अछूता नहीं था. बीएसपी के बैनर तले आज नही बल्कि पहले भी विधायक चुने गए और विधानसभा में पहुंचे . अबकि बार फिर बीएसपी के छह विधायक जीते लेकिन पहले की तरह इस बार भी छह विधायको ने हाथी के सिंबल से जीतकर हाथ का दामन थाम लिया था. इस बार बीएसपी ने तय किया है कि कैडर बेस उम्मीदवार को चुनावी समर में उतार जाए जो विधायक बनने के बाद टूटे नहीं. बीएसपी ने आधा दर्जन उम्मीदवार घोषित कर दिए है. 
इनमे नदबई और नगर दोनों सीटों से पिछले चुनावों में बीएसपी के टिकट पर नदबई से चुनाव जीते थे जोगिंदर सिंह अवाना और नगर से चुनाव जीते थे वाजिब अली. बीएसपी ने नदबई से भरतपुर के पूर्व जिला प्रमुख और जाट नेता खेम करण तोली को ,नगर से मुस्लिम चेहरे और समाजसेवी खुर्शीद अहमद और धौलपुर से कद्दावर ब्राह्मण चेहरे बनवारी लाल शर्मा के रिश्तेदार और पूर्व निकाय चेयरमेन रितेश शर्मा, खेतड़ी से मनोज घुमरिया, बानसूर से मुकेश यादव,करौली से रविंद मीना, गंगापुर से रंगलाल मीना के समर्थन में बीएसपी सुप्रीमो मायावती की जनसभा होगी.

- पिछले चुनाव में बीएसपी ने झुंझुनूं, अलवर , करौली और भरतपुर बेल्ट में कमाल का प्रदर्शन किया था ..तिजारा,किशनगढ़ बास,नगर,उदयपुरवाटी,करौली और नदबई में हाथी के सिंबल पर विधायक जीते थे.

-16प्रतिशत के लगभग वोट BSP को केवल अलवर जिले में मिला था,यहां 2लाख 90हजार के लगभग वोट मिले थे 

- यहां से तिजारा से संदीप यादव और किशनगढ़ बास से दीपचंद खेरिया चुनाव जीते

- वैसे पूरे राजस्थान में बीएसपी को साढ़े चार प्रतिशत मत मिला था 

- पिछले विधानसभा चुनावों में मतस्य और मेवात क्षेत्र में हाथी का ग्राफ बढ़ा,मायावती का प्रभाव काम आया.