VIDEO: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में सीटों की कैटेगरी तय, A कैटेगरी में 7 सीटों को माना मजबूत, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: लोकसभा चुनाव में जुटी कांग्रेस ने अपने इंटरनल सर्वे के आधार पर सीटों की एक कैटेगरी तय की है. कांग्रेस ने 25 लोकसभा सीटों को ए,बी और सी जैसी तीन कैटेगरी में बांटा है. खास बात है कि करीब 12 लोकसभा सीटों को पार्टी ने बेहद कमजोर माना और उन्हें सी कैटेगरी में रखा है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के लिए सुनिल कानूगोलू ने जनवरी में सर्वे करते हुए यह रिपोर्ट तैयार की है.

लोकसभा चुनाव की अब जल्द रणभेरी बजने वाली है. लिहाजा तमाम सियासी दल अभी से चुनावी रणनीति बनाने में जुट गए हैं. बात कांग्रेस की करें तो दो लोकसभा चुनाव में बने शून्य के स्कोर को बदलने के लिए कांग्रेस इस बार कोई रणनीतिक चूक नहीं करना चाहती. लिहाजा हर एंगल से और हर तरीके से कांग्रेस जीत के जतन में जुटी हुई है. कांग्रेस ने हमेशा की तरह इस बार भी सर्वे की मदद ली है. टीम सुनिल कानूगोलू ने जनवरी में सर्वे किया और उसके आधार पर 25 लोकसभा सीटों की एक खास रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट के मुताबिक सीटों को तीन कैटेगरी ए,बी और सी में बांटा गया है. ए कैटेगरी में 7 सीट,बी में 6 और सबसे ज्यादा रेड जोन यानि सी कैटेगरी में 12 सीटों को रखा गया है.

कांग्रेस किन सीटों पर खुद को मजबूत और कमजोर मानकर चल रही है.

ए कैटेगरी-
चूरु,सीकर,झुंझुनूं, टोंक-सवाईमाधोपुर, श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़,करौली-धौलपुर और दौसा

बी कैटेगरी-
कोटा-बूंदी,जालौर-सिरोही,अलवर,डूंगरपुर-बांसवाड़ा, भरतपुर और नागौर

सी कैटेगरी-
पाली,राजसमंद,उदयपुर,अजमेर,बीकानेर,जयपुर शहर,जयपुर ग्रामीण, चित्तौड़गढ़,जोधपुर,बाड़मेर-जैसलमेर,बारां-झालावाड़ और भीलवाड़ा

ए कैटेगरी में उन लोकसभा सीटों को कांग्रेस ने रखा है जहां पर उनके विधायक ज्यादा है या फिर विधानसभा चुनाव में बीजेपी से ज्यादा वोट बटोरें इसके अलावा वो भी सीटें भी मजबूत मानी है जहां पर पिछली बार हार का अंतर बेहद कम रहा. बी श्रेणी की सीटें वो मानी है जहां मजबूत उम्मीदवार और सियासी-जातिगत जैसे समीकरण साधने पर जीत की ज्यादा उम्मीदें है. सी कैटेगरी में वो सीटें शामिल की है जहां पर लगातार कांग्रेस हार का मुहं देख रही है और मजबूत प्रत्याशी का चयन करना भी चुनौती है. वहीं स्टेट लीडर कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन के जरिए भी जनता की नब्ज टटोलने में जुटे हुए हैं.

अब इस रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवार चयन के काम को अंजाम दिया जाएगा. बताया जा रहा है हाईकमान सहित राजस्थान प्रभारी औऱ पीसीसी चीफ को भी रिपोर्ट की कॉपी मिल चुकी है. अब देखना होगा कि रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस किस तरह की मजबूत रणनीति के साथ धरातल पर उतरती है.

...फर्स्ट इंडिया के लिए , दिनेश डांगी की रिपोर्ट, जयपुर