आज चंद्रयान-3 का प्रोपल्शन-लैंडर मॉड्यूल से होगा अलग, 23 अगस्त को करेगा लैंड

नई दिल्लीः चंद्रयान-3 के लॉन्च होने के करीब 35 दिन बाद चंद्रमा की पांचवें और अंतिम चरण में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया है. इसके बाद अब चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग होंगे. जिसके बारें में इसरो ने एक ट्वीट कर जानकारी दी. 

इसरो के मुताबिक आज की सफल फायरिंग ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा की 153 किमी x 163 किमी की कक्षा में स्थापित कर दिया. इसके साथ ही चंद्रयान-3 ने चांद की ओर बढ़ने के सभी प्रवेश चरण पूरे कर लिय़े है. बस अब प्रोपल्शन और लैंडर मॉड्यूल का इंतजार है. जो आज होगा. बता दें 5 अगस्त को पहली बार चांद की कक्षा में दाखिल हुआ था. 

लैंडर के अलग होते ही गति पर रहेगी नजरः
इस दौरान 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रयान-3 अपनी हर स्टेज को पार करता हुआ चांद के नजदीक पहुंच गया है. इसरो के अनुसार लैंडर के अलग होने के बाद इसको धीमा करने पर प्रयास किया जायेगा. इस प्रकार चद्रंयान-3 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास होगा.
 
चंद्रयान-3 को लेकर इसरो की ओर से कहा गया कि इस बार चंद्रयान-2 वाली गलती नहीं दोहरांएगे. लैंडिंग प्रक्रिया की शुरुआत में वेग लगभग 1.68 किमी प्रति सेकंड है. यहां चंद्रयान-3 लगभग 90 डिग्री झुका हुआ है, इसे लंबवत होना है तो क्षैतिज से ऊर्ध्वाधर में बदलने की यह पूरी प्रक्रिया गणितीय रूप से एक बहुत ही दिलचस्प गणना है. पिछली बार हमने यही गलती की थी इसके साथ ही हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ईंधन कम खर्च हो और दूरी अधिक तय करे.