कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान: मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर संगठन की बैठक, गहलोत और पायलट कैंप के नेता साझा तौर पर रहे मौजूद

जयपुर: गुरुवार को राजस्थान की कांग्रेस में वो घटना घटी जो सियासी सुर्खियों में है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर हुई बैठक ने उस पुरानी कंट्रोवर्सी को शायद खत्म करने का काम किया जो 25 सितंबर को घटी थी. कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की बैठक धारीवाल के आवास पर हुई. जयपुर जिला कांग्रेस की इस बैठक में अभियान की रणनीति बनी और संबोधित किया AICC के नेता आर सी खूंटियां ने. बैठक में गहलोत और पायलट कैंप दोनों के ही सदस्य मौजूद रहे. 

बीते साल के 25 सितंबर को कांग्रेस के विधायकों की एक बैठक यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर हुई थी, जबकि सीएलपी की बैठक सीएम आवास 8 सिबिल लाइंस पर बुलाई गई थी. मल्लीकार्जुन खरगे और अजय माकन बतौर पर्यवेक्षक जयपुर आए थे सीएलपी की बैठक लेने. लेकिन धारीवाल के आवास पर हुई बैठक ने सियासी उफान ला दिया और यहां से स्पीकर डॉ सीपी जोशी के आवास पहुंचकर विधायकों ने सामूहिक त्यागपत्र दे डाले. इस घटना के बाद अजय माकन ने राज्य कांग्रेस प्रभारी पद को छोड़ने की पेशकश कर दी थी. इसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अनुशासन विंग ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री और मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी और RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस मिल गए. 

इन तीनों नेताओं ने ही पार्टी हाईकमान को माफीनामा भेज दिया था:
हालांकि इन तीनों नेताओं ने ही पार्टी हाईकमान को माफीनामा भेज दिया था. लेकिन जो आवास समानांतर बैठक के लिए चर्चित रहा वहीं पर जयपुर जिला कांग्रेस की बैठक हुई. इस घटनाक्रम के सियासी अर्थ यही लगाए जा सकते है कि शांति धारीवाल को दिल्ली घटनाक्रम से राहत मिल गई. हालांकि जयपुर जिला कांग्रेस की बैठक लेने धारीवाल आवास पहुंचे हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के एआईसीसी प्रभारी आर सी खूंटियां और जयपुर के प्रभारी शांति धारीवाल ने पुराने मसले पर बोलना उचित नहीं समझा और अभियान को लेकर ही बात की. खूंटियां ने साफ कहा कि सब अपने मतभेद भुलाकर अगर अभियान के प्रति इमानदारी से जुट जाए तो फिर राज्य में कांग्रेस सरकार को बनने से कोई नहीं रोक सकता. 

कांग्रेस संगठन की बैठक में दोनों पक्षों के नेता मौजूद रहे:
कांग्रेस संगठन की बैठक में दोनों पक्षों के नेता मौजूद रहे. सचिन पायलट कैंप से ताल्लुक रखने वाले विधायक इंद्राज गुर्जर, पीसीसी सचिव प्रशांत शर्मा और ब्लॉक अध्यक्षों ने भाग लिया. वही जयपुर शहर के निवर्तमान अध्यक्ष और मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, जयपुर देहात के निवर्तमान अध्यक्ष और मंत्री राजेंद्र यादव, जलदाय मंत्री महेश जोशी, कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया, विधायक गोपाल मीणा, निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल, अभियान के जयपुर पर्यवेक्षक खानू खान बुधवाली, पीसीसी कोषाध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, अर्चना शर्मा, भगवान सहाय सैनी, रामसिंह कसवां, जसवंत गुर्जर समेत प्रमुख नेताओं की मौजूदगी.

धारीवाल समेत तीन नेताओं पर शायद कठोर फैसले को फिलहाल टाल दिया:
बहरहाल, बैठक के आपसी चर्चा का केंद्र यही रहा कि आलाकमान ने शांति धारीवाल समेत तीन नेताओं पर शायद कठोर फैसले को फिलहाल टाल दिया. अभी फोकस है राहुल गांधी के संदेश से ओत प्रोत हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को राजस्थान के जन जन तक पहुंचाना.