जयपुर: कांग्रेस ने देश भर में 25 से 30 अप्रैल तक 'संविधान बचाओ रैली' निकालने का ऐलान किया है. इन रैलियों का उद्देश्य सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय का संदेश देना है. पार्टी के कई नेता पहले से ही संविधान के खतरे में होने की बात कह रहे हैं, जिसके चलते यह कदम उठाया गया है. राजस्थान में 28 अप्रैल को बड़ी रैली होगी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल होंगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि 24 अप्रैल से लेकर 30 मई तक के विभिन्न कार्यक्रम तय कर लिए गए हैं.
वर्ष 2025 को संगठन को मजबूत करने के लक्ष्य के साथ उतरी कांग्रेस ने 25 अप्रैल से 30 मई तक पूरे देश में 'संविधान बचाओ' अभियान चलाने का फैसला किया है. इस दौरान देशभर में रैलियों, प्रेस कॉन्फ्रेंस और जनसंपर्क कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. यह निर्णय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया. बैठक में कांग्रेस महासचिवों, राज्य प्रभारियों और विभिन्न फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों ने भाग लिया. संविधान बचाओ अभियान का आयोजन अहमदाबाद एआईसीसी सत्र में पारित प्रस्ताव के आधार पर किया जा रहा है. इस अभियान के तहत 25 अप्रैल से 30 अप्रैल तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी स्तर पर संविधान बचाओ रैलियां आयोजित की जाएंगी.
इसके बाद, 3 मई से 10 मई तक जिला स्तर पर इसी तरह की रैलियों का आयोजन होगा. 11 मई से 17 मई तक देश के 4,500 विधानसभा क्षेत्रों में संविधान बचाओ रैलियां होंगी. कांग्रेस द्वारा 20 मई से 30 मई तक डोर-टू-डोर जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि राजस्थान में 28 अप्रैल को बड़ी रैली होगी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे शामिल होंगे. रैलियां का यह सिलसिला जिला, विधानसभा क्षेत्र तक चलेगा और फिर घर घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा.
कांग्रेस पूरे देश में 'संविधान बचाओ' अभियान चलाएगी
25 अप्रैल से 30 मई तक विभिन्न स्तर पर चलेगा अभियान
25 अप्रैल से 30 अप्रैल तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी स्तर पर होंगी रैलियां
राजस्थान में 28 अप्रैल् को रैली होगी, मल्लिकार्जुन खड़गे आएंगे
3 मई से 10 मई तक जिला स्तर पर इसी तरह की रैलियों का आयोजन होगा
11 मई से 17 मई तक देश के 4,500 विधानसभा क्षेत्रों में रैली होगी
20 मई से 30 मई तक डोर-टू-डोर जनसंपर्क अभियान चलेगा
कांग्रेस ने देशभर में यह रैलिया निकालने का ऐलान ऐसे समय किया है, जब पहले ही पार्टी के ज्यादातर बड़े नेता संविधान खतरे में होने की बात लगातार कहते आ रहे हैं. पिछले साल दिसंबर के महीने में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में खड़े होकर कहा था कि संविधान खतरे में हैं. उन्होंने कहा था कि देश में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ-साथ महिलाओं पर भी अत्याचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि संविधान खतरे में है और इसलिए सबको चौकन्ना रहना होगा. हालांकि, ऐसा नहीं है कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से 'संविधान बचाओ रैली' पहली बार निकाली जा रही है. इससे पहले 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती पर भी कांग्रेस ने अलग-अलग राज्यों में संविधान बचाओ रैली निकाली थी.