जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाम के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं. तो ऐसे में आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी रहेगी आज ग्रहों की चाल...
शुभ मास- पौष मास कृष्ण पक्ष
शुभ तिथि त्रयोदशी जया संज्ञक तिथि दोपहर 2 बजकर 33 मिनट तक तत्पश्चात चतुर्दशी तिथि रहेगी. त्रयोदशी तिथि को यज्ञोपवीत को छोड़ कर समस्त शुभ एवं मांगलिक कार्य, विवाह, उपनयन, प्रतिष्ठा, देव कार्य, गृह प्रवेश इत्यादि कार्य शुभ माने जाते हैं. त्रयोदशी तिथि में जन्मे जातक धर्मात्मा, धनवान, बुद्धिवान, भाग्यवान, पराक्रमी होते हैं.
शुभ नक्षत्र ज्येष्ठा नक्षत्र प्रातः 9 बजकर 9 मिनट तक तत्पश्चात मूल नक्षत्र रहेगा. ज्येष्ठा नक्षत्र मे अग्नि, शिल्प, चित्रकारी इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. ज्येष्ठा नक्षत्र गण्डान्त मूल संज्ञक नक्षत्र है अतः ज्येष्ठा नक्षत्र मे जन्मे जातकों कि 27 दिन बाद पुनः इसी नक्षत्र के दिन मूल शांति करवा लेनी चाहिए. ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक स्वतन्त्र विचारों वाला, कठोर मेहनत करने वाला, क्रोधी स्वाभाव वाला, सुन्दर, साहसी, व्यापार निपुण, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा - सम्पूर्ण दिन धनु राशि में संचार करेगा
व्रतोत्सव - मास शिवरात्रि
राहुकाल - प्रातः 7.30 बजे से 9 बजे तक
दिशाशूल - सोमवार को पूर्व दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से दूध पी कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये - सूर्योदय से प्रातः 8.40 तक अमृत, प्रातः 9.53 मिनट से पूर्वाह्न 11.11 मिनट तक शुभ और दोपहर 1.53 मिनट से सूर्यास्त तक चर, लाभ, अमृत का चौघड़िया.
सौजन्य - राज ज्योतिषी पंडित मुकेश शास्त्री