शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला बोले- राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं देना 10 करोड़ लोगों का अपमान ! जेएलएफ में मुगल टेंट विवाद को लेकर दिया जवाब

जयपुर: लिटरेचर फेस्टिवेल के चौथे दिन कवि कन्हैयालाल सेठिया अवार्ड समारोह में शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला ने एकबार राजस्थान भाषा को मान्यता देने का मुद्दा उठाया. कल्ला ने कहा कि महज 10 लाख लोगों में बोली जाने वाली भाषा को मान्यता मिली हुई है. जबकि 10 करोड़ लोगों में बोली जाने वाली भाषा मान्यता को मोहताज है. 

जिस दिन राजस्थानी लोगों ने सोच लिया जब तक भाषा को मान्यता नहीं तब तक वोट नहीं. उस दिन सबको राजस्थानियों की भावना समझ में आ जाएगी. राजस्थान सरकार की ओर से प्रस्ताव भेजा जा चुका है. लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया. केंद्र सरकार का यह रवैया राजस्थानियों का अपमान है. इसके साथ ही कल्ला ने मुगल टेंट विवाद को नफरतियों की छोटी सोच करार दिया. 

उन्होंने कहा कि फर्स्ट इंडिया से खास बातचीत करते हुए कहा कि साहित्य के अंतरराष्ट्रीय स्तर के समारोह में ऐसी छोटी सोच नहीं रखना चाहिए. हिंदुस्तान वसुधैव कुटुंबकम की धारणा वाला देश है. इस तरह की सोच नफरतियों का काम है.