जयपुर: चुनावी समर में उतरने से पहले कांग्रेस की लीडरशिप ने अपने विधायकों से 13 सवाल पूछे है.प्रदेश कांग्रेस के वॉर रूम में सीएम अशोक गहलोत, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने आज अजमेर और संभाग के कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों से वन टू वन संवाद किया. सवालों में सबसे अहम है जातीय और धार्मिक समीकरण. साथ ही फीडबैक में विधायकों से पूछा अपने खिलाफ सत्ता विरोधी लहर से कैसे निपटें?
कांग्रेस ने चुनावों से पहले फीडबैक का दौर शुरू कर दिया है.पहले विधायक और आगे चलकर पराजित नेताओं और अन्य प्रमुख नेताओं से फीडबैक लिया जाएगा. कांग्रेस आलाकमान ने वॉर रूम में विधायकों से व्यक्तिगत फीडबैक के साथ साथ 13सवालों का एक परफॉर्मा पकड़ाया है. कांग्रेस ने फीडबैक बैठकों में माना है कि विधायकों और सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है,शायद इसलिए ही एंटी इनकंबेंसी का सवाल पूछा गया है.
फीडबैक में पूछे गए ये 13 सवाल:
- आपके क्षेत्र के जातिगत और धार्मिक समीकरण क्या है?
- अभी अपने क्षेत्र में अपनी स्थिति कैसी मानते हैं अगर 10 में से नंबर देने हो तो कितने देंगे?
- आपके क्षेत्र में सबसे अधिक प्रभाव किन पांच योजनाओं का है?
- क्या नए जिलों के संबंध में आपका कोई सुझाव क्या राय है
- एसीपी को मुद्दा बनाने के लिए आपने क्या किया
- आपकी सीट पर क्या कोई तीसरा और उसकी स्थिति क्या है
- अपने खिलाफ एंटी इनकंबेंसी रोकने के लिए क्या प्लान रखते हैं
- आपके सोशल मीडिया पर अकाउंट की क्या स्थिति है
- क्या आप अपना सोशल मीडिया अकाउंट खुद चलाते हैं या कोई एडमिन है तो उसका नाम और फोन नंबर उपलब्ध करवाएं?
- महंगाई रात कैंप को सफल बनाने के लिए आप की क्या तैयारी है
- सरकार के प्रति जनता में कितनी एंटी इनकंबेंसी है और उसकी क्या स्थिति है? इसे कम करने के लिए कोई सुझाव
- चुनाव को लेकर जनता का मानस आपके मुताबिक क्या लगता है
- कोई विशेष राय जो आप देना चाहते हैं
अजमेर और बाड़मेर संभागों ने फीडबैक में अपने क्षेत्र में सरकार के कराए कामों को गिनाया. गहलोत समर्थक कहे जाने वाले मंत्रियों और विधायकों ने अशोक गहलोत को सीएम फेस रखकर चुनाव लड़ने की वकालत की है. इन विधायकों का कहना है कि गहलोत इस वक्त विकास पुरुष है.उधर सचिन पायलट के समर्थक विधायकों ने कहा कि चुनाव में जाने से पहले पार्टी में एकता की आवश्यकता साथ साथ चलेंगे तो जीतेंगे.