वाशिंगटन: अमेरिका की एक महिला सांसद ग्रेस मेंग ने भारत में लंबित वीजा आवेदनों के प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन द्वारा उठाए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि इतना लंबा इंतजार ‘‘अस्वीकार्य’’ है.
अमेरिका ने पिछले सप्ताह कांसुलर अधिकारियों को भारत भेजने और भारतीय वीजा आवेदकों के लिए जर्मनी व थाईलैंड में अपने अन्य विदेशी दूतावास खोलने की घोषणा की थी. भारत उन देशों में से एक है, जहां कोविड-19 वैश्विक महामारी से संबंधित यात्रा पाबंदियां हटाए जाने के बाद से अमेरिकी वीजा के लिए आवेदनों की संख्या तेजी से बढ़ी है.
समय को कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे:
‘हाउस एप्रोप्रिएशंस सब-कमेटी ऑन स्टेट एंड फॉरेन ऑपरेशंस’ और ‘कांग्रेशनल कॉकस ऑन इंडिया’ की सदस्य ग्रेस मेंग (47) ने कहा कि यह देखकर खुश हूं कि वीजा आवेदकों के प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. मेंग न्यूयॉर्क स्टेट से चुनी गई कांग्रेस की पहली एवं एकमात्र एशियाई सदस्य हैं. मेंग ने कहा कि इस कदम से उन व्यवसायों और परिवारों को काफी मदद मिलेगी जो भारत से श्रमिकों और अपने परिवार वालों के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं. वीजा के लिए प्रतीक्षा समय इतना अधिक होना अस्वीकार्य है. कांग्रेस में मैंने इससे निपटने के लिए काफी दबाव बनाया.
पिछले साल अक्टूबर में करीब तीन साल था:
भारत में वीजा आवेदन में बढ़ते प्रतीक्षा समय को लेकर चिंता बढ़ रही हैं, खासकर बी1 (व्यापार) और बी2 (पर्यटक) श्रेणी में जिसका प्रतीक्षा समय पिछले साल अक्टूबर में करीब तीन साल था. मेंग ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच एक विशेष संबंध है और लंबित आवेदनों को कम करने की पहल हमारे दो महान देशों के बीच मौजूद मजबूत संबंधों को और मजबूत करेगी. एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है जिससे अमेरिकी कंपनियां विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रख पाती हैं. सोर्स-भाषा