VIDEO: मेजर मिनरल के ब्लॉक्स को लेकर खान विभाग को मिली ऐतिहासिक सफलता, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: मेजर मिनरल के ब्लॉक्स को नीलाम करने के खान विभाग के प्रयासों को जोरदार सफलता मिली है. पिछले दिनों खान विभाग ने प्रदेश के तीन मैंगनीज ब्लॉक्स एमएसटीसी के जरिए नीलाम कर इतिहास रच दिया था. अब लाइमस्टोन, आयरन ओर व बेस मेटल के 5 ब्लॉक्स के नीलामी की तैयारी चल रही है. इन 5 ब्लॉक के लिए कुल 30 टेंडर डॉक्यूमेंट बिके हैं और देश की नामचीन कंपनियां इन ब्लॉक को हासिल करने में रुचि दिखा रही है. बीते दो वित्त वर्ष में खान विभाग ने मेजर मिनरल के रिकॉर्ड 15 ब्लॉक नीलाम किए हैं. 

खान विभाग को मिली ऐतिहासिक सफलता:
-खान विभाग को 5 ब्लॉक के लिए 30 टेंडर डॉक्यूमेंट बेचने में मिली सफलता
-लाइमस्टोन, आयरन ओर व बेस मेटल के खनन से बदलेगी प्रदेश की अर्थव्यवस्था की तस्वीर 
-खान विभाग ने लाइमस्टोन का एक, आयरन ओर और बेस मेटल के 2-2 ब्लॉक किए थे तैयार 
-वल्लभनगर के हरियाव जसपुरा लाइमस्टोन ब्लॉक के लिए 9 कंपनी मैदान में
-नीम का थाना के न्योराना धंधेला आयरन ओर ब्लॉक के लिए 9 कंपनी मैदान में
-शाहपुरा, जयपुर के बासरी गणेशपुरा आयरन ओर ब्लॉक के लिए 10 कंपनी मैदान में
-मावली क लडाना बेस मेटल ब्लॉक के लिए एक कंपनी सामने आई
-जबकि कपासन के भाभरिया खेड़ा बेस मेटल ब्लॉक के लिए भी एक टेंडर डॉक्यूमेंट ही बिका
-अब पांचों ब्लॉक्स के लिए बिडर्स को 21 जून तक दाखिल करना होगा बिड डॉक्यूमेंट
-मेजर मिनरल ब्लॉक नीलामी की दिशा में राजस्थान अग्रणी राज्यों में शुमार

प्रदेश में यूं तो खनिज के विपुल भंडार हैं और दर्जनों तरह के खनिज यहां पाए जाते हैं. लेकिन कुछ वर्ष पहले तक इनके दोहन की कोई खास नीति भी नहीं थी और तकनीक भी उपलब्ध नहीं थी. पिछले चार वर्षों में गहलोत सरकार ने इस दिशा में जोरदार काम किया. खान मंत्री प्रमोद भाया के नेतृत्व में विभाग ने बेहतर तकनीक के इस्तेमाल के साथ साथ मेजर मिनरल्स के ब्लॉक्स तैयार कर उन्हें सफलतापूर्वक नीलाम किया. इसी कड़ी में खान विभाग ने प्रदेश में पिछले 2 वित्त वर्ष में मेजर मिनरल के कुल 15 ब्लाॅक्स नीलाम किए हैं. इससे विभाग को तीन लाख करोड़ से ज्यादा का राजस्व अगले 50 वर्षों में मिलेगा. 

इसी कड़ी में खान विभाग ने बांसवाड़ा के काला खूंटा, रूपखेड़ा और तांबेसरा के मैंगनीज ब्लॉक नीलाम करने के लिए एमएसटीसी के जरिए ऑन लाइन नीलाम करने में सफलता अर्जित की थी. इसके बाद कोटा जिले के रामगंज मण्डी के निमाना-दूनिया ब्लॉक को नीलाम करने में सफलता हासिल की है. अब खान विभाग ने लाइमस्टोन, आयरन ओर और बेस मेटल के 5 ब्लॉक्स नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इन ब्लॉक्स के माइनिंग लाइसेंस व कंपोजिट लाइसेंस के लिए 21 जून तक बिड डॉक्यूमेंट दाखिल करने हैं. वल्लभनगर के हरियाव जसपुरा लाइमस्टोन ब्लॉक के लिए 9 कंपनी मैदान में हैं तो नीम का थाना के न्योराना धंधेला आयरन ओर ब्लॉक के लिए 9 कंपनी मैदान में हैं. ऐसे ही शाहपुरा, जयपुर के बासरी गणेशपुरा आयरन ओर ब्लॉक के लिए 10 कंपनी मैदान में और मावली क लडाना बेस मेटल ब्लॉक के लिए एक कंपनी सामने आई है. जबकि कपासन के भाभरिया खेड़ा बेस मेटल ब्लॉक के लिए भी एक टेंडर डॉक्यूमेंट ही बिका है. जिस तरह से 30 टेंडर डॉक्युमेंट इन 5 ब्लॉक के लिए बिके है उससे लगता है कि खान विभाग इन ब्लॉक की नीलामी में सफल रहेगा. 

दरअसल अब आयरन, कॉपर, गोल्ड और मैंगनीज जैसे बेशकीमती खनिजों के ब्लॉक्स नीलाम होने से राजस्थान भी देश के उन अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है. जहां बेशकीमती खनिजों का खनन आर उत्पादन किया जाएगा. जीएसआई से मिली रिपोर्ट की मानें तो राजस्थान में यूरेनियम, बेस मेटल और रेयर अर्थ जैसे खनिज भी प्रचुर मात्रा में पाए गए हैं. खान विभाग की एसीएस वीनू गुप्ता की माने तो प्रदेश में माइनर मिनरल के साथ ही मेजर मिनरल के ब्लॉक्स की नीलामी से राजस्व में तो वृद्धि हुई है साथ ही प्रदेश को खनिज उत्पादन की दिशा में मोटा निवेश भी मिलने लगा है. पिछले तीन वर्ष में प्रदेश में खनन क्षेत्र में काफी बदलाव देखने को मिले हैं. बजरी से रोक हटी तो, माइनर और मेजर मिनरल के ब्लॉक्स की नीलामी से मोटा निवेश भी आया. अवैध खनन पर अंकुश से भी खान विभाग के राजस्व में वृद्धि हुई है. कहा जा सकता है कि आने वाले कुछ वऱ्षों में खनन सेक्टर और मजबूत होगा और प्रदेश की अर्थव्यवस्था ज्यादा मजबूत होगी.